“स्वास्थ्य शिविर: हर व्यक्ति को मिलेगी निशुल्क चिकित्सा सेवा, पोरसा में 2200 मरीजों ने पंजीयन कराया!”
पोरसा, 15 फरवरी:
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोरसा में आज एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कुशमा देवी रामवीर सिंह तोमर ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस शिविर का उद्देश्य आम जनता को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना था, और इसमें 2200 लोगों ने पंजीयन कराया। शिविर में स्वास्थ्य जांच के बाद कई मरीजों को मुफ्त दवाइयां दी गईं, और 50 नेत्र रोगियों को ऑपरेशन के लिए मुरैना भेजा गया।
यह शिविर रोटरी मेडिकल मिशन राहत-2 के तहत आयोजित किया गया, जो जिला प्रशासन के सहयोग से 26 मार्च से 02 अप्रैल तक मुरैना में आयोजित होने वाले अन्य शिविरों का हिस्सा है। इस अभियान का नेतृत्व कलेक्टर अंकित अस्थाना कर रहे हैं, और इसमें 19 स्थानों पर स्क्रीनिंग कैंप लगाए जाने का प्लान है।
शिविर के उद्घाटन समारोह में नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कुशमा देवी रामवीर सिंह तोमर, एसडीएम रामनिवास सिकरवार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी अवधेश सिंह सेंगर, और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। उन्होंने इस स्वास्थ्य शिविर की अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा कि यह अभियान समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में मदद करेगा। साथ ही, उन्होंने इसे एक “विशाल स्वास्थ्य महाकुंभ” बताया, जो बढ़ती जनसंख्या और सीमित स्वास्थ्य सेवाओं के बीच संतुलन बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस प्रकार के शिविर न केवल सामाजिक सारोकार को बढ़ावा देते हैं, बल्कि इससे जनसामान्य में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है। रोटरी टीम के प्रयासों को सराहते हुए, यह भी कहा गया कि यह अभियान लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सरकारी और सामाजिक प्रयासों का उत्तम उदाहरण है।
शिविर में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर शैलेंद्र सिंह तोमर, डॉक्टर आशीष अग्रवाल, डॉक्टर सूर्यकांत शर्मा, और अन्य मेडिकल स्टाफ ने अपनी सेवाएं दीं। सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद उन्हें दवाइयां दी गईं। साथ ही, जिन 50 नेत्र रोगियों की स्थिति गंभीर थी, उन्हें ऑपरेशन के लिए मुरैना भेजने की व्यवस्था की गई।
इस निशुल्क स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से लोगों को न केवल इलाज मिला, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति उनकी जागरूकता भी बढ़ी। यह शिविर निश्चित रूप से पोरसा और आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हुआ है।