रसमोहनी, आशीष त्रिपाठी
आज नवरात्रि के तीसरे दिन माई के पवित्र प्रांगण में भक्तों और अधिकारियों का ताता लगा रहा। जिला प्रशासन के अधिकारियों समेत कई प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने माई के दरबार में मत्था टेककर मां से आशीर्वाद लिया और अपनी अर्जी मिन्नतें प्रस्तुत कीं। इस अवसर पर जिले के असिस्टेंट कमिश्नर, आनंद राय सिन्हा ने भी माई के दरबार में पहुंचकर विधिपूर्वक पूजा अर्चना की और अपनी मनोकामनाओं के लिए विशेष प्रार्थना की।
माई के प्रति भक्तों की अटूट आस्था और श्रद्धा देखते ही बनती है। स्थानीय मान्यता के अनुसार, जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से माई से कुछ मांगते हैं, मां उनकी सभी इच्छाएं पूरी करती हैं। यही कारण है कि यहां हर वर्ष श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इस बार भी नवरात्रि के खास मौके पर माई के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।
छत्तीसगढ़ से भी पहुंचे अधिकारी
माई के दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या के साथ-साथ अधिकारियों की भी उपस्थिति नजर आई। छत्तीसगढ़ राज्य से भी कुछ उच्च अधिकारी माई के दर्शन करने के लिए पहुंचे। सभी ने अपनी-अपनी अर्जी मन्नतें मांगी और माई के आशीर्वाद से अपने कार्यों में सफलता की कामना की।
धार्मिक आयोजन और भंडारे की धूम
मेला में भक्तों द्वारा भंडारे का आयोजन बड़े श्रद्धा भाव से किया जा रहा है। गुड्डू तिवारी नवलपुर ने भंडारे के आयोजन में 11 टिन तेल और 5 क्विंटल आटा दान देने की घोषणा की। साथ ही, माई के प्रांगण में पेवर ब्लॉक लगाने और मंदिर परिसर में फव्वारा निर्माण के लिए भी दान देने की बात कही।
मेला परिसर में शत चंडी महायज्ञ भी जनसहयोग से बड़े धूमधाम से चल रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य न केवल धार्मिक उन्नति है, बल्कि समाज में सामूहिक एकता और सहयोग को बढ़ावा देना भी है।
मेला और व्यापारियों का योगदान
इस धार्मिक मेले में व्यापारियों का भी योगदान महत्वपूर्ण है। वे अपनी दुकानों के माध्यम से मेले की सुंदरता और रौनक को बढ़ा रहे हैं। झूला और मंदिर की साज-सज्जा आकर्षक रूप से सजी हुई है, जो हर आने वाले श्रद्धालु का ध्यान आकर्षित कर रही है।
स्वच्छता की विशेष व्यवस्था
मेला प्रांगण और मंदिर परिसर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। साफ-सफाई के इस प्रयास को देखकर श्रद्धालु भी खुश नजर आ रहे हैं।
माई के प्रति भक्तों की श्रद्धा और आस्था में कोई कमी नहीं है, और यह श्रद्धा हर वर्ष और भी प्रगाढ़ होती जा रही है। सभी भक्तों का मानना है कि माई की कृपा से उनकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।