मुरैना / झांसी।
झांसी में वैद्यनाथ आयुर्वेदिक कंपनी ने समाजसेवी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध मुक्तिधाम के रचनाकार डॉ. अनिल गुप्ता को विशेष सम्मानित किया। इस आयोजन में उपस्थित मंत्रियों और अधिकारियों ने भी डॉ. गुप्ता की कार्यशैली की सराहना की, जिसने न केवल आयुर्वेद को प्रोत्साहित किया, बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
समारोह की मुख्य विशेषताएँ:
डॉ. अनिल गुप्ता को सम्मानित करने का कार्यक्रम वैद्यनाथ परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर सांसद अनुराग शर्मा और उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री श्री गोविंद कुशवाह ने उन्हें शॉल, श्रीफल, और अन्य बहुमूल्य उपहार देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में भगवान श्री धन्वतरि की पूजा भी की गई, जिससे आयोजन का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व और बढ़ गया।

मुक्तिधाम की विशेषताएँ:
डॉ. गुप्ता ने उपस्थित जन समुदाय को अपने विशेष परियोजना “पोरसा मुक्तिधाम” के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मुक्तिधाम औषधियों से भरा हुआ एक औषधि उपवन है, जिसमें आम लोगों के लिए अनेक प्रकार की औषधियाँ उपलब्ध हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया कि यह स्थान न केवल श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण बन रहा है।
भविष्य की योजनाएँ:
उन्होंने आगे बताया कि मुक्तिधाम परिसर में महाकाल का निर्माण कार्य चल रहा है, जो 2025 में पूरा होगा। इसमें 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन की व्यवस्था की जाएगी, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अनूठा अनुभव होगा। डॉ. गुप्ता ने जन सहयोग से इस परियोजना को सफल बनाने का भी आह्वान किया, जिससे अधिक से अधिक लोग इस दिव्य स्थान का लाभ उठा सकें।

आधुनिकता की झलक:
समारोह के बाद, डॉ. गुप्ता ने अपने मित्रों और पत्नी के साथ झांसी में एक होटल में विश्राम किया। वहां से वे आधुनिक औषधियों के निर्माण स्थल और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के रिसर्च सेंटर का दौरा करने गए, जहाँ वैज्ञानिकों ने नए शोध और तकनीकों से अवगत कराया।
डॉ. अनिल गुप्ता का यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की मान्यता है, बल्कि यह आयुर्वेद और समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इस सम्मान समारोह ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब समाज के लिए समर्पित व्यक्ति को उचित पहचान मिलती है, तो वह एक नई दिशा में समाज को ले जाने की क्षमता रखते हैं।