पोरसा। विनय मेहरा की रिपोर्ट
लिटिल जॉइंट्स इंटरनेशनल स्कूल पोरसा ने अपनी शैक्षिक यात्रा को एक यादगार अनुभव बना दिया, जब 160 छात्रों और 30 स्टाफ सदस्य आगरा के ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करने के लिए निकले। यह यात्रा बच्चों के लिए न केवल ऐतिहासिक दृष्टिकोण से, बल्कि सांस्कृतिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक प्रेरणादायक रही। इस यात्रा के दौरान छात्रों ने अपनी आंखों से भारत के अद्भुत धरोहरों को देखा और उनके बारे में गहरी समझ प्राप्त की।


आगरा का किला :इतिहास की एक जीवित गाथा
सबसे पहले छात्रों ने आगरा किले का भ्रमण किया, जो भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण प्रतीकों में से एक है। यहां पर बच्चों ने मुग़ल साम्राज्य के समृद्ध इतिहास, किले की वास्तुकला और उसकी सामरिक रणनीतियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। किले की दीवारों, कक्षों और महलों ने छात्रों को मुग़ल काल के वैभव और उनकी शक्ति का अहसास दिलाया। खासकर दीवान-ए-आम और दीवान-ए-खास जैसे प्रमुख हॉल्स के दृश्य ने छात्रों को 16वीं शताबदी की शाही जीवनशैली के बारे में अवगत कराया। किले में लगी सुंदर नक्काशी और सजावट ने छात्रों के मन में इतिहास के प्रति उत्सुकता और सम्मान का भाव उत्पन्न किया।


ताजमहल – प्रेम और शिल्पकला का अद्भुत संगम
आगरा किले के बाद छात्रों का अगला ठिकाना था विश्व प्रसिद्ध ताजमहल, जो भारतीय और वैश्विक इतिहास का एक अमूल्य धरोहर है। यहां पहुंचे छात्रों को ताजमहल की सफेद संगमरमर से बनी भव्यता ने मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने ताजमहल की वास्तुकला के अद्भुत आयामों को समझा, जिसमें संगमरमर की नक्काशी, आंगन में पानी का समन्वय और उसकी पिरामिड आकार की छत ने उन्हें भारतीय शिल्पकला की गहरी समझ दी।
ताजमहल के साथ जुड़ी प्रेम कहानी को जानकर छात्रों ने यह समझा कि यह महल सम्राट शाहजहाँ और उनकी पत्नी मुमताज़ महल के अनमोल प्रेम का प्रतीक है। बच्चों ने ताजमहल के ऐतिहासिक महत्व और उसकी सांस्कृतिक विरासत के बारे में बारीकी से अध्ययन किया। इस दौरान, छात्रों ने ताजमहल के विभिन्न कोणों से फोटो भी खींचे, ताकि वे इस अद्भुत अनुभव को हमेशा याद रख सकें।

ताजमहल म्यूजियम– धरोहर और संस्कृति की गहरी समझ
ताजमहल के भ्रमण के बाद छात्रों ने ताजमहल म्यूजियम का दौरा किया। यहां पर छात्रों को ताजमहल से जुड़ी कई ऐतिहासिक कलाकृतियाँ, चित्र, दस्तावेज और शाही युग की वस्तुएं देखने को मिलीं। इस म्यूजियम में रखे गए पुराने शाही आभूषण, मूर्तियाँ और कलाकृतियाँ बच्चों को मुग़ल काल की कला और संस्कृति से परिचित कराते हैं। छात्रों ने म्यूजियम में रखे गए प्राचीन दस्तावेजों और चित्रों के माध्यम से इतिहास के विभिन्न पहलुओं को समझा।

प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक आदान-प्रदान-
यात्रा के दौरान बच्चों ने ताजमहल के विशाल बाग-बगिचों और हरियाली का भी भरपूर आनंद लिया। यहां के हरे-भरे बगिचों में विभिन्न प्रकार के पौधों, फूलों और वृक्षों के बारे में बच्चों ने शिक्षा ली। छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझा और इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी को महसूस किया। इसके साथ ही, बच्चों को ताजमहल परिसर में विदेशी पर्यटकों से बातचीत करने का मौका भी मिला, जिससे उन्होंने अलग-अलग देशों की संस्कृति और भाषा के बारे में जानकारी प्राप्त की।

आध्यात्मिक अनुभव और उत्सव का आनंद-
इस शैक्षिक यात्रा का एक अहम पहलू था छात्रों का उत्साह और आनंद। बच्चे पूरी यात्रा के दौरान न सिर्फ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक ज्ञान प्राप्त कर रहे थे, बल्कि साथ ही साथ उन्होंने यात्रा के हर पल का भरपूर आनंद लिया। ताजमहल और आगरा किला में दौरे के दौरान बच्चों ने एक दूसरे के साथ गाने गाए, नृत्य किया, और शाही युग के रूप में कल्पनाएँ कीं। विद्यालय द्वारा आयोजित स्वादिष्ट पकवानों ने यात्रा को एक उत्सव जैसा बना दिया, जिसमें छात्रों ने विभिन्न स्वादों का आनंद लिया।
विद्यालय ने विशेष रूप से छात्रों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया, जिसमें विद्यार्थियों ने परंपरागत भारतीय गीतों और नृत्य का प्रदर्शन किया। इस मौके पर छात्रों और शिक्षकों के बीच एक गहरा सांस्कृतिक आदान-प्रदान हुआ, जो यात्रा को और भी रंगीन और प्रेरणादायक बना गया।

यात्रा का समापन – शिक्षा, उत्साह और यादें:
इस शैक्षिक यात्रा ने छात्रों के जीवन में एक अनमोल अनुभव जोड़ा। यात्रा के अंत में सभी छात्रों ने एक सामूहिक समूह फोटो खिंचवाया और इस अद्भुत अनुभव को अपनी यादों में संजो लिया। विद्यालय के प्रशासनिक और शैक्षिक नेतृत्व के तहत यह यात्रा न केवल शैक्षिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, बल्कि बच्चों के व्यक्तित्व विकास में भी सहायक रही।
प्रिंसिपल श्रीमती हरप्रीत कौर, अकैडमिक डायरेक्टर गिरिजा शंकर शर्मा, एडमिन डिपार्टमेंट के सदस्यदीपक शर्मा और विद्यालय संचालक श्री रामानंद शर्मा ने इस यात्रा को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समस्त शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक स्टाफ सदस्यों ने मिलकर बच्चों की सुरक्षा, आनंद और शिक्षा का पूरा ध्यान रखा।
यह शैक्षिक यात्रा छात्रों के लिए सिर्फ एक दौरा नहीं, बल्कि एक जीवनभर की सीख और सजीव अनुभव बन गई। यह यात्रा उनके ज्ञान और आनंद दोनों को बढ़ाने में सफल रही।
