रसमोहनी, सगराटोला – आशीष त्रिपाठी की रिपोर्ट।
नव दुर्गा उत्सव समिति संन्यासी बाबा चौक, सगराटोला में 20 मई 2025 से साप्ताहिक श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ विशाल कलश शोभायात्रा और गाजे-बाजे के साथ हुआ। इस शुभ अवसर पर क्षेत्र में भक्ति, श्रद्धा और अध्यात्म की अभूतपूर्व ऊर्जा का संचार देखने को मिला।
इस सात दिवसीय संगीतमय भागवत कथा का वाचन सुप्रसिद्ध कथावाचक आचार्य डॉ. प्रभु दयाल गौतम जी द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने मंगलाचरण और दैविक मंत्रोच्चारण के साथ कथा की शुरुआत करते हुए बताया कि यह अवसर केवल पुण्यकर्म और पूर्वजों के आशीर्वाद से ही प्राप्त होता है। कथा श्रवण का यह सोभाग्य मानव जीवन को उन्नति, मोक्ष और आत्मकल्याण की दिशा में अग्रसर करता है।
कथाव्यास डॉ. गौतम जी ने अपने भावविभोर प्रवचनों में कहा – “जब-जब किसी ग्राम या क्षेत्र के भाग्य का उदय होता है, तभी श्रीमद्भागवत जैसी दिव्य कथा का आयोजन संभव हो पाता है। यह एक घड़ी, आधी घड़ी भी अगर किसी संत या सत्संग में बीत जाए, तो जीवन के कोटि अपराध कट जाते हैं।” उन्होंने मानव जीवन को चौरासी लाख योनियों के पश्चात प्राप्त होने वाला दुर्लभ वरदान बताया और समाज को सत्संग, धर्म, सेवा और राष्ट्र निर्माण की दिशा में जागरूक होने का संदेश दिया।
कथा स्थल पर प्रतिदिन संगीत के पुजारियों द्वारा मधुर, प्रेरणादायक भजनों की प्रस्तुति की जा रही है, जिससे श्रोता आत्मविभोर होकर भक्ति रस में डूब जाते हैं। कथा में प्रतिदिन बढ़ती श्रद्धालु संख्या इस आयोजन की आध्यात्मिक सफलता को दर्शाती है।
इस आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग देने वाले प्रमुख कार्यकर्ताओं में शामिल हैं:
पंडित ओम प्रकाश शर्मा, वाल्मीकि त्रिपाठी, कमलेश मिश्रा, विजय कृष्ण मिश्रा, जितेन्द्र तिवारी, आशीष त्रिपाठी, संतोष तिवारी, अमर मिश्रा, रमा शंकर तिवारी, रोहित शर्मा, अमन मिश्रा, आशुतोष मिश्रा, किशन तिवारी, जितेन्द्र मिश्रा, अंजनी मिश्रा, शिवा कांत मिश्र, वेद दानेंद्र सिंह, विकास मिश्रा, विपिन मिश्रा, डब्लू मिश्रा, राजेश वर्मा, राकेश वर्मा, अनूप वर्मा, वेद प्रकाश श्रीवास्तव, सुजीत वर्मा, नितिन वर्मा, कृष्ण राज सिंह, बृजेश रमण सिंह, कमलेन्द्र प्रताप सिंह, वीर बहादुर सिंह, अनिल तिवारी, सूर्य प्रकाश मिश्रा, शुभांक गुप्ता, अब्बू मिश्रा, राजेश शर्मा, सरपंच और उप सरपंच रजनीश मिश्रा।
यजमान के रूप में राम लखन तिवारी, संत कुमार मिश्रा सपत्नीक, श्रीमती विमला मिश्रा और श्रीमती ललिता मिश्रा द्वारा विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जा रही है। आयोजन समिति ने क्षेत्रवासियों से अधिकाधिक संख्या में आकर इस पुण्य आयोजन का लाभ उठाने की अपील की है।

