
दयोदय पशु सेवा समिति द्वारा निर्मित गौरज लक्ष्मी गणेश मूर्ति का स्टाल सजा
गाडरवारा नगर में गणेश चतुर्थी की तैयारियों ने बाजारों को गुलजार कर दिया है। जगह-जगह भगवान गणेश की प्रतिमाएं सिंगार सामग्री और पूजन सामग्री की दुकानों पर रौनक दिखाई दे रही है। श्रद्धालु बप्पा की स्थापना के लिए उत्साह से खरीदारी कर रहे हैं। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) की मूर्तियों पर रोक लगाई है। इसके चलते मिट्टी की आकर्षक मूर्तियां और गौरज लक्ष्मी गणेश मूर्तियां खूब लोकप्रिय हो रही हैं। दयोदय पशु सेवा समिति गाडरवारा द्वारा निर्मित गौरज लक्ष्मी गणेश मूर्ति का स्टाल झंडा चौक जाने वाले मार्ग पर राठी जी के बाजू में लगाया गया है । ये मूर्तियां गौमाता के गोबर, गौमूत्र, और चरणों की पवित्र धूल से बनाई गई हैं इन्हें ऊर्जावान और पवित्र मूर्तियां माना जाता है, जो घर, दुकान या कार्यालय में सुख-समृद्धि और मां लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद लेकर आती हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि जहां गौमाता के गोबर से बनी मूर्तियां स्थापित होती हैं, वहां अमन, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। यही वजह है कि गौरज लक्ष्मी गणेश मूर्तियां तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। नगर में गणेश चतुर्थी का यह उत्सव भक्ति, उत्साह, और पर्यावरण संरक्षण का संदेश लेकर आया है। श्रद्धालु पूरे दिल से इन मूर्तियों को अपनाकर गणपति बप्पा का स्वागत कर रहे हैं।
