पोरसा! पत्रकार विनय की कलम से।
मोहनपुरा रोड स्थित सिंधिया स्कूल के पास सेंगर वाली गली सहित आसपास की कई गलियों में पिछले दो महीनों से जल संकट गहराया हुआ है। यहां करीब 200 घरों के लोग नलों में पानी नहीं आने से परेशान हैं और उन्हें 300 मीटर दूर से पानी लाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि उन्होंने इस गंभीर समस्या को लेकर नगर पालिका से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक कई बार शिकायतें दर्ज कराईं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। लगातार बढ़ती गर्मी के बीच पानी की अनुपलब्धता ने आमजन का जीना मुहाल कर दिया है।
प्रशासन की चुप्पी से मोहल्लेवासियों में रोष:
नागरिकों ने सवाल उठाया है कि इतने समय से पानी की आपूर्ति ठप होने के बावजूद प्रशासनिक अमला मौन क्यों है? मोहल्लेवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
इन नागरिकों ने उठाई आवाज:
इस समस्या को लेकर रमेश सिंह कुशवाहा, मंगल सिंह सिंगर, मुस्ताक, मनु, सुरी, बादशाह खान, छविराम राठौर, आसिफ खान, हजरत खान, लाला खान, बशीर खान, मुन्ना खान, पप्पू श्रीवास, बबलू वर्मा, शकुंतला कुशवाहा, समीर, गोलू, सोनम बानो, अफसाना गुलफास, नगमा सलीम खान, मुन्नी सहित दर्जनों लोगों ने प्रशासन से तत्काल ध्यान देने की मांग की है।
जनता का सवाल—पानी जैसी मूलभूत सुविधा भी नहीं मिल रही तो जीएं कैसे?
जहां एक ओर सरकार “हर घर जल” जैसी योजनाओं की बात कर रही है, वहीं ज़मीनी हकीकत इससे उलट दिखाई दे रही है। दो महीनों से पानी के लिए जूझ रही जनता अब सिर्फ जवाब नहीं चाहती, बल्कि व्यवस्था में बदलाव और त्वरित समाधान की मांग कर रही है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस आवाज़ को कब तक अनसुना करता है या वास्तव में कोई ठोस कार्रवाई करता है।
