पोरसा के चिकित्सक डॉ अनिल गुप्ता का अद्वितीय सम्मान
झाँसी के वैद्यनाथ आयुर्वेद के संचालक सांसद अनुराग शर्मा और राज्य मंत्री गोविंद कुशवाह द्वारा डॉ अनिल गुप्ता का सम्मान किया गया। यह सम्मान न केवल उनके चिकित्सा क्षेत्र में योगदान को दर्शाता है, बल्कि पोरसा मुक्तिधाम की भी विशेषता को उजागर करता है, जो “सत्यम, शिवम्, सुंदरम” की थीम पर आधारित है और जिसे वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
*धन्वन्तरि भगवान के दिवस पर विशेष समारोह*
इस अवसर पर, डॉ गुप्ता ने अपने मित्र और पत्नी के साथ झाँसी में होटल में विश्राम किया। धन तेरस के दिन, औषधियों के जनक भगवान धन्वन्तरि की पूजा के साथ समारोह की शुरुआत हुई। इसके बाद, उन्होंने आधुनिक औषधियों के निर्माण स्थल का अवलोकन कराया और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के रिसर्च सेंटर में वैज्ञानिक अनुसंधान की प्रक्रियाओं से सभी को अवगत कराया।

*समारोह में सम्मानित और प्रेरणादायक भाषण*
शाम को आयोजित सम्मान समारोह में, पंडित जी द्वारा भगवान श्री धन्वन्तरि की पूजा की गई। इसके बाद, डॉ अनिल गुप्ता को मंच पर बुलाया गया, जहां उन्होंने सम्मान पत्र, फल, और उपहार ग्रहण किए। उन्होंने पोरसा मुक्तिधाम की विशेषताओं का वर्णन करते हुए बताया कि परिसर में विभिन्न प्रकार की औषधियाँ उगाई जा रही हैं, जो जनमानस के स्वास्थ्य में सहायक हो रही हैं।

*पोरसा मुक्तिधाम: औषधियों का अद्भुत संसार*
डॉ गुप्ता ने अपने वक्तव्य में पोरसा मुक्तिधाम की रचना के बारे में विस्तार से बताया। उनके द्वारा दी गई जानकारी ने उपस्थित लोगों में जिज्ञासा पैदा की और औषधियों की महत्ता को समझने में मदद की। उनका यह प्रयास आयुर्वेद के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने का था।
इस प्रकार, डॉ अनिल गुप्ता का यह सम्मान समारोह न केवल उनकी उपलब्धियों का जश्न था, बल्कि आयुर्वेद की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी था। उनके कार्यों से प्रेरित होकर, समाज में औषधियों के महत्व को समझने और अपनाने की प्रेरणा मिलती है।