मुरैना । रवि तोमर की रिपोर्ट
मुरैना जिले के वरिष्ठ पत्रकार और दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ, श्री राजकुमार दुबे जी ने हाल ही में अपने गृह गांव जखमौली, खोजरा उमरी, जिला भिंड में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में भाग लिया। यह आयोजन एक भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम था, जिसे गांववासियों के बीच भक्ति और श्रद्धा का माहौल उत्पन्न करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। श्री दुबे जी के साथ इस कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तित्व भी उपस्थित थे, जिनमें पत्रकार जिला अध्यक्ष श्री रामशरण शर्मा, श्री कमल सिंह तोमर, श्री रामपाल सिंह तोमर, श्री सुमित दुबे और श्री रवि सिंह तोमर शामिल थे।
श्रीमद् भागवत कथा में भाग लेते हुए, श्री दुबे जी ने कथा के महत्व और जीवन में उसके संदेश को साझा किया। उन्होंने कहा कि भागवत कथा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह जीवन को सही दिशा देने वाली अमूल्य धरोहर भी है। श्री दुबे जी ने यह भी बताया कि भागवत कथा के माध्यम से समाज को सद्गुणों और संस्कारों की शिक्षा मिलती है, जो जीवन को समृद्ध और सार्थक बनाती है। उन्होंने उपस्थित सभी ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे भागवत कथा के संदेशों को अपने जीवन में उतारें और समाज में नैतिकता तथा संस्कारों का प्रचार-प्रसार करें।
इस आयोजन ने न केवल धार्मिक उल्लास को बढ़ाया, बल्कि यह गांववासियों को एकजुट होने और सांस्कृतिक मूल्यों को पुनः स्थापित करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान किया। श्री दुबे जी का इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेना उनके गांव और क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उनका इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होना क्षेत्र की सामाजिक और सांस्कृतिक बेहतरी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बना।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों और भक्तों ने भाग लिया, जिन्होंने आयोजन को सफल बनाने के लिए हर संभव सहयोग दिया। श्री दुबे जी ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अहम भूमिका निभाती हैं। वे मानते हैं कि इस प्रकार के आयोजनों से लोगों को एकजुट किया जा सकता है और वे समाज के कल्याण के लिए एक साथ काम कर सकते हैं।
कथा के बाद, श्री दुबे जी ने गांववासियों से संवाद किया और उन्हें क्षेत्र की सामाजिक और सांस्कृतिक बेहतरी के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि समाज को एकजुट करने, शिक्षा और संस्कारों का प्रचार-प्रसार करने में हर एक व्यक्ति का योगदान महत्वपूर्ण है। उनका यह संदेश गांववासियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बना और सभी ने यह संकल्प लिया कि वे अपने क्षेत्र के विकास के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से एक ओर जहां धार्मिक माहौल बना, वहीं दूसरी ओर यह क्षेत्रीय पत्रकारिता और सामाजिक कार्यों के लिए भी एक नया संदेश देने का अवसर बना। श्री दुबे जी का यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव के लिए भी एक नई दिशा दिखाने वाला था। निश्चित रूप से, यह आयोजन स्थानीय समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर उभरा और गांववासियों को एक साथ आने और अपने समाज को बेहतर बनाने का महत्वपूर्ण संदेश दिया।