बीआरसी ने स्कूलों का किया औचक निरीक्षण, बच्चों की पढ़ाई पर गंभीर चिंता, प्रबंधन को दी फटकार!”

इस न्यूज़ को शेयर करे


पोरसा: रवि सिंह तोमर की रिपोर्ट


शिक्षा के स्तर को लेकर बीआरसी (ब्लॉक शिक्षा केंद्र) की ओर से किया गया औचक निरीक्षण शिक्षा व्यवस्था की गंभीर स्थिति को उजागर करता है। बीआरसी के प्रमुख, श्री शैलेन्द्र सिंह तोमर ने विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण किया, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि कई स्कूलों में बच्चे अपनी किताबें ठीक से नहीं पढ़ पा रहे थे, जिससे उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई और संबंधित शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन को चेतावनी दी।

बड़ी चूक और शिक्षा की अनदेखी!


शा. एकीकृत प्रा. मा. विद्यालय बडापुरा में बच्चे पुस्तकें ठीक से नहीं पढ़ पाए। इसी तरह शा. प्रा. विद्यालय तालकापुरा में केवल 4 बच्चे श्रुति लेखन में असमर्थ पाए गए। शा. एकीकृत प्रा. मा. विद्यालय तरसमा में कक्षा 3 और 4 के बच्चे श्रुति लेखन में असफल रहे। हालांकि, शा. प्रा. विद्यालय मडोखर के बच्चे अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में थे।

बीआरसी प्रमुख श्री तोमर ने गंभीरता से इन स्कूलों के प्रबंधन और शिक्षकों की लापरवाही पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्कूलों के प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि इस स्थिति में सुधार न होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल और कार्रवाई की चेतावनी


इसके अलावा, निरीक्षण में पाया गया कि शा. प्रा. कन्या विद्यालय कौंथर कला और शा. प्रा. विद्यालय बीजली पुरा बंद पाए गए थे। इस पर भी बीआरसी ने संबंधित संस्था प्रधानों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर दिया।

समाप्त हो समय की लापरवाही, जरूरी कदम उठाने का वक्त


बीआरसी द्वारा यह सख्त संदेश दिया गया है कि शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जा सकता। आगामी परीक्षाओं को देखते हुए यह स्थिति गंभीर है और सभी विद्यालयों के प्रधानों और शिक्षकों को सजग हो कर अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।

यह निरीक्षण एक संकेत है कि समय रहते हुए विद्यालय प्रबंधन को अपनी कार्यप्रणाली सुधारने की आवश्यकता है ताकि बच्चों की शिक्षा में कोई भी लापरवाही न हो और उनका भविष्य सुरक्षित रहे।


इस न्यूज़ को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *