सेहराटोला गांव की सड़क बनी ग्रामीणों की परेशानी का कारण, कीचड़ में फंस रहा जनजीवन — सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज, वीडियो भी हुआ वायरल

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उमरिया, मध्य प्रदेश | 28 जून 2025

उमरिया जिले के मानपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सेहराटोला में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी सामने आई है। ग्रामवासी नंद कुमार प्रजापति ने गांव की बदहाल सड़क को लेकर सीएम हेल्पलाइन (शिकायत क्रमांक: 33106152) पर शिकायत दर्ज कराई है।

शिकायत के अनुसार, सेहराटोला गांव के बैगा मोहल्ला में गुरुदीन साहू के घर से धन्नू बैगा के घर तक की सड़क लंबे समय से पूरी तरह कच्ची है। बरसात के मौसम में यह सड़क कीचड़ और पानी से भर जाती है, जिससे क्षेत्रवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूली बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों और महिलाओं को विशेष रूप से चलने-फिरने में दिक्कत हो रही है।

वायरल वीडियो में दिखी सच्चाई

इस शिकायत के संदर्भ में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीणों को कीचड़ से लथपथ सड़क से गुजरते हुए साफ देखा जा सकता है। इस वीडियो में यह भी स्पष्ट रूप से नजर आता है कि पूरी सड़क दलदल में तब्दील हो चुकी है। यह स्थिति न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि आपातकालीन स्थिति में बड़ी समस्या भी बन सकती है। वीडियो को उमरिया DM,CM मध्यप्रदेश और देश के प्रधानमंत्री मोदी तक को टैग करके शेयर किया गया है।

वायरल वीडियो का स्नेप



पंचायत की अनदेखी और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी

शिकायतकर्ता ने बताया कि इस सड़क की मरम्मत और मुरमीकरण की मांग ग्रामसभा में प्रस्ताव के रूप में पहले ही रखी जा चुकी है। बावजूद इसके पंचायत द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। वायरल वीडियो को ग्राम पंचायत के सरपंच को भी साझा किया गया है और इस मुद्दे पर लिखित सूचना भी दी गई है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई पहल नहीं हुई है।

विभागीय प्रगति और ग्रामीणों की मांग

यह मामला पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत पंचायती राज उपविभाग को भेजा गया है, लेकिन शिकायत की स्थिति अब भी “अपेक्षित” है। यानी समाधान की प्रतीक्षा की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सामूहिक रूप से जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

सवालों के घेरे में स्थानीय शासन

गांव में बुनियादी सुविधा — एक सड़क तक की अनुपलब्धता और पंचायत की निष्क्रियता इस बात का प्रमाण है कि ग्रामीण विकास की योजनाएँ ज़मीनी स्तर पर क्रियान्वित नहीं हो पा रही हैं। खासकर आदिवासी और पिछड़े मोहल्लों में स्थिति और भी गंभीर बनी हुई है।

ग्रामीणों की मांग

गांववासियों की स्पष्ट मांग है कि तुरंत स्थल निरीक्षण कर सड़क की मरम्मत की जाए और मुरमीकरण जैसे स्थायी समाधान की प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।



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