नागपुर से निराश लौटी गर्भवती महिला व नवजात को लक्ष्मीनारायण अस्पताल में मिला जीवनदान.

चिकित्सकीय कौशल और समर्पण की अद्वितीय मिसाल
नरसिंहपुर। जिले में नित नई बड़ी चुनौतियों का सामना करती स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर प्रगति जिले के लिए सौगातों भरी है। मध्य प्रदेश के आदेगांव, सिवनी जिले की रहने वाली एक गर्भवती महिला शोभना की जिंदगी ने उस वक्त नया मोड़ लिया जब वह मध्यप्रदेश के ही नरसिंहपुर स्थित लक्ष्मीनारायण अस्पताल पहुंची। इससे पहले मरीज अपने पति के साथ महाराष्ट्र के नागपुर शहर के तीन चार प्रमुख और प्रतिष्ठित अस्पतालों में अपनी गर्भावस्था से जुड़ी गंभीर समस्याओं के लिए चिकित्सा सलाह और उपचार के लिए गई।
नागपुर के इन अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे की स्थिति का गहन मूल्यांकन करने के बाद अत्यंत चिंताजनक परिणाम बताए थे। उन्हें बताया गया था कि गर्भ में पल रहा शिशु अत्यधिक गंभीर खतरे में है और उसके जीवित बचने की संभावना बहुत ही कम है। इस खबर ने महिला और उनके परिवार को गहरे सदमे और चिंता में डाल दिया था। वे अपने आने वाले बच्चे के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य की उम्मीद खोते जा रहे थे। लेकिन परिवार ने हिम्मत नहीं हारी और मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर स्थित लक्ष्मीनारायण अस्पताल की ओर रुख किया। यहां के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के वरिष्ठ और अनुभवी विशेषज्ञ डॉ. संतोष शर्मा ने महिला की गर्भावस्था की पूरी स्थिति का बारीकी से अध्ययन और आकलन किया। डॉ. संतोष ने महिला के चिकित्सा रिकॉर्ड, अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच रिपोर्टों का गहन विश्लेषण किया और पाया कि स्थिति वाकई चुनौतीपूर्ण थी लेकिन असाध्य नहीं थी।
डॉ. संतोष ने अपनी विशेषज्ञता, गहन चिकित्सा ज्ञान और अत्याधुनिक अस्पताल सुविधाओं का लाभ उठाते हुए महिला के लिए एक विशेष उपचार योजना तैयार की। उन्होंने और उनकी टीम ने अत्यंत सावधानी और समर्पण के साथ महिला का उपचार शुरू किया। लक्ष्मीनारायण अस्पताल में उपलब्ध उच्च स्तरीय नवजात देखभाल इकाई (NICU) और अन्य सुविधाओं ने इस चुनौतीपूर्ण मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
परिणाम अत्यंत सकारात्मक रहा। डॉ. संतोष एवं महिला रोग विशेषज्ञ डॉ पायल परते की अगुवाई में चिकित्सा टीम के अथक प्रयासों और समर्पण के चलते महिला ने एक स्वस्थ और सुंदर बच्ची को सफलतापूर्वक जन्म दिया। बच्ची का वजन मात्र 880 ग्राम था, जिसे बचाना चुनौतीपूर्ण था, जो शिशु रोग विभाग में अपनी अथक प्रयासों से संभव कर दिखाया। नवजात शिशु पूरी तरह स्वस्थ है और अस्पताल में उचित देखभाल और निगरानी में है। इस अद्भुत परिणाम ने न केवल महिला और उनके परिवार को अपार खुशी दी है, बल्कि चिकित्सकीय कौशल और समर्पण की एक अद्वितीय मिसाल भी पेश की है। नए माता-पिता अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने डॉ. संतोष और लक्ष्मीनारायण अस्पताल की पूरी चिकित्सा टीम के प्रति हार्दिक आभार और कृतज्ञता प्रकट की है। उन्होंने कहा, डॉ. संतोष और उनकी टीम ने हमारे बच्चे की जिंदगी बचाई है, हम उनके हमेशा आभारी रहेंगे।
इस सफल केस ने एक बार फिर साबित किया है कि मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाएं उच्च गुणवत्ता वाली हैं और यहां के डॉक्टर अत्यंत सक्षम और समर्पित हैं। लक्ष्मीनारायण अस्पताल, नरसिंहपुर ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाओं के लिए अपनी प्रतिष्ठा को मजबूत किया है।
