कैलाश पुस्तक भंडार,सरकार दे रहा पैसा सरपंच सचिव दोनों हाथों से लूट रहे, मामला जुड़वानी पंचायत का
यस न्यूज ब्यूरो रिपोर्ट उमरिया
उमरिया – उमरिया मुख्यालय के पंचायतों में इन दिनों खूब फर्जी बिलों का मामला सामने आ रहा है ताजा मामला करकेली जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत जुड़वानी का है।
मामला लेफ्टाफ के बैग का

जहां कैलाश पुस्तक भंडार करकेली के नाम से बिल लगाया गया है, जिसमें तीन लेफ्टाफ के बैग खरीदा गया है 1000 के दर से तीन बैग लिया गया तीन बैगों के कीमत 3000 हुआ ।
अब आप ही बताए पंचायत में तीन लेफ्टाफ के बैग भला किसके लिए लिया गया होगा शायद,एक बैग सरपंच जितेंद्र कुमार के लिए,दूसरा सचिव नत्थू जी के लिए, और तीसरा रोजगार सहायक के लिए।
जबकि पंचायत में एक ही लेफ्टअप है ओ सिर्फ रोजगार सहायक के पास,
या फिर गांव के लोगों को गिफ्ट में देने के लिए मेरा तो समझ में नहीं आया शायद आप लोग समझ गए हो।
अब सोचें जरा इस प्रकार कई पंचायतों में बड़े बड़े बिल gst भर कर बिल लगाया जाता रहा है।
जब इस बारे में सरपंच से बात करने की कोशिश किया गया लेकिन असफल रहा सचिव सरपंच जाने कहकर पल्ला झाड़ लिया हाय राम क्या होगा पंचायत की स्थिति कैसे होगा सरकार का मानसा पूरा।
जानकारी के मुताबिक और पंचायत पोर्टल के आधार पर लगभग करकेली एरिया के सभी पंचायतों में स्टेशनरी का सामान और भरभर कर बिल लगाया जाता है कैलाश पुस्तक भंडार का,
बड़ा सवाल
सचिव

क्या सरपंच सचिव द्वारा कमीशन देकर बनवाया जाता है पूरा का पूरा फर्जी बिल,
जिले और ब्लॉक के अधिकारी मूक दर्शक बने बैठे नहीं हो रहा पंचायतों के लेनदेन की निगरानी,
अधिकारी लगाम लगाने में नाकाम पंचायतों में मनमानी बिल लगाया जाता है और संगसन कर फर्जी बिलों का भुगतान कर दिया जाता है कोई रोकटोंक करने वाला नहीं कोई जांच पड़ताल नहीं।
सरकार के पैसों का खूब बंदर बांट किया जा रहा है
जबकि जिला पंचायत सीईओ और करकेली सीईओ आय दिन कई पंचायतों का निरीक्षण करते है और कार्यवाही भी करते है लेकिन पंचायतों का रवैया ठीक होने का नाम नहीं ले रहा है।
सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक खेल रहे भ्रष्टाचार का खेल अधिकारियों के मिली भगत से बिना चैक किए हो रहा भुगतान
इस खबर के बाद क्या कुछ कार्यवाही होता है भ्रष्टाचारियों पर ।
