12 घंटे में चितरंगी पुलिस ने सुलझाई अंधी हत्या की गुत्थी, आरोपी गिरफ्तार
चितरंगी पुलिस की तत्परता और सूझबूझ से अंधी हत्या का केस 12 घंटे में हल
दिनांक: 14/07/2024
थाना: चितरंगी
अपराध क्रमांक: 296/2024
धारा: 103(1) बीएनएस
13 जुलाई 2024 को दोपहर करीब 12:30 बजे, चितरंगी पुलिस को सूचना मिली कि तेंदुआ-पोड़ी मार्ग पर एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी हुई है, जो गोली लगने से मृत प्रतीत हो रही थी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी शेषमणि पटेल अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और एफएसएल टीम को बुलाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से अनुरोध किया।
पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीओपी चितरंगी के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की। स्थानीय नागरिकों और आसपास के ग्रामों से पता करने पर मृतक की पहचान लाले बंसल (23 वर्ष) के रूप में हुई।
एक टीम को घटना स्थल पर छोड़ा गया, जबकि दूसरी टीम को चितरंगी-सीधी मुख्य मार्ग पर लगे विभिन्न सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने के लिए लगाया गया। तीसरी टीम संदिग्धों की पहचान करने में जुटी रही। 12 घंटे की मेहनत के बाद, आरोपी अभिषेक पाण्डेय (30 वर्ष) की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना का विवरण
अभिषेक पाण्डेय ने पुलिस को बताया कि वह भाजपा युवा मोर्चा मंडल मौरिया का अध्यक्ष है। 13 जुलाई को सुबह 7 बजे, वह अपने गांव से रीवा अपने भाइयों को लेने जा रहा था। रास्ते में उसने एक घायल लड़के को देखा और पूछताछ की। तभी एक और लड़का मोटरसाइकिल लेकर भागने लगा। अभिषेक ने उसका पीछा किया और उसे डराने के लिए हवाई फायर किया। जब वह नहीं रुका, तो अभिषेक ने उसकी पीठ में गोली मार दी।
आरोपी की गिरफ्तारी के दौरान, पुलिस ने उसकी 32 बोर की पिस्टल और घटना में प्रयुक्त वाहन XUV300 को जब्त कर लिया। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।
इस महत्वपूर्ण कार्यवाही में अनु. अधिकारी आशीष जैन, निरीक्षक एस.एम. पटेल, उनि. उमेश तिवारी, सउनि. मनीष सेन और प्र.आर.473 का विशेष योगदान रहा।
चितरंगी पुलिस की त्वरित कार्यवाही से मिला न्याय
चितरंगी पुलिस की इस त्वरित और समर्पित कार्यवाही ने साबित कर दिया कि न्याय पाने के लिए समय की कोई पाबंदी नहीं होती, बस संकल्प और तत्परता की जरूरत होती है।
