1000 किमी दूर सांगली(महाराष्ट्र ) से फ्लाइट के माध्यम से आया दुर्लभ रक्त बॉम्बे ब्लड ग्रुप ,

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1000 किमी दूर सांगली(महाराष्ट्र ) से फ्लाइट के माध्यम से आया दुर्लभ रक्त बॉम्बे ब्लड ग्रुप ,

इस ब्लड ग्रुप के पूरे देश में मात्र 320 लगभग रक्तदाता रिकॉर्ड में दर्ज .

गाडरवारा । आमतौर पर AB नेगेटिव रक्त को दुर्लभ माना जाता है ,लेकिन उससे भी दुर्लभ एक रक्त समूह है जो लाखों में से किसी एक में पाया जाता है इस ग्रुप का नाम बॉम्बे ब्लड ग्रुप है इस ग्रुप को रेयर ऑफ द रेयरेस्ट ब्लड ग्रुप भी कहा जाता है । लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश)में भर्ती रायसेन निवासी 18 वर्षीय अनिकेत नौरिया का एक्सीडेंट हुआ .. एक्सीडेंट में उन्हें 2 फ्रैक्चर आए ..अधिक ब्लीडिंग के कारण उनका रक्त लगभग 6.0 बचा था ।उनके परिजनों को जब रक्त लाने बोला गया तो नरसिंहपुर ब्लड बैंक में उनके सैंपल का सभी विधियों द्वारा क्रॉस मैच करने पर भी नहीं हुआ…फिर इनके सैंपल को जबलपुर ब्लड बैंक भेजा गया ..फिर वहां क्रॉस मैच नहीं हुआ तब अन्य विधि द्वारा पुष्टि हुई इनका जो रक्त ग्रुप है ये दुनिया का सबसे अधिक दुर्लभ ग्रुप माना जाता है जो शायद आप भी पहली बार सुने भारत में इसे बॉम्बे ब्लड ग्रुप के नाम से जाना जाता है इस ब्लड ग्रुप के मात्र 350 डोनर रिकॉर्ड में दर्ज है।। अब परेशानी थी ये कि इस रक्त ग्रुप को कहा ढूंढा जाए ,गाडरवारा की दिनेश गुर्जर टीम हेल्पिंग हैंड के सदस्य ने बताया श्री बालाजी जनकल्याण सेवा संस्थान के अध्यक्ष पुण्यक भारद्वाज के अथक प्रयासों के चलते इन सभी के माध्यम और सहयोग से छिंदवाड़ा से वरिष्ठ समाजसेविका अलका दीदी इंदौर से समाज सेवी आशीष सिसोदिया मुंबई से विक्रम यादव और हर्ष फाउंडेशन महाराष्ट्र से अप्पा घोरपड़े ,विनय शेट्टी के प्रयासों से एवं जबलपुर ब्लड बैंक के प्रयासों से फ्लाइट के माध्यम से 3 यूनिट ब्लड आ गया है l


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