📍 ग्राम पंचायत नंद का पूरा, जनपद पोरसा (जिला मुरैना, म.प्र.) | दिनांक: 27 मई 2025
ग्राम पंचायत नंद का पूरा से एक चौंकाने वाली शिकायत सामने आई है, जिसने ग्राम स्तर की प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासी अभिषेक तोमर ने जनपद पंचायत सीईओ, पोरसा को एक लिखित शिकायत में ग्राम पंचायत में चल रहे जन सुनवाई ठप और सरपंच द्वारा कथित तौर पर सरपंची “बेचने” जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
पंचायत भवन में ताला, जन सुनवाई गायब:
अभिषेक तोमर के अनुसार, वह मोहल्ले में भरे हुए नालों की समस्या को लेकर ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंचे थे, परंतु कार्यालय पर ताला लटका मिला। जब वह समाधान की उम्मीद लेकर सरपंच के घर पहुँचे, तो वहां उन्हें अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा।
“मैंने अपनी सरपंची 30 लाख में बेच दी” — सरपंच पति का कथित बयान:
शिकायत में बताया गया कि सरपंच के पति ने न केवल अभद्र भाषा में जवाब दिया, बल्कि यह भी कहा:
> “मैंने तो अपनी सरपंची आशीष तोमर और दस मेंबर सिंह को 30 लाख रुपये में बेच दी है, अब वहीं जाओ शिकायत लेकर।”
यह कथन लोकतंत्र और जनप्रतिनिधित्व की गरिमा के लिए गहरा आघात है। अगर यह बात सत्य है, तो यह गंभीर भ्रष्टाचार का मामला बनता है।

ग्रामीणों की मांग — निष्पक्ष जांच और सख्त कार्यवाही:
अभिषेक तोमर ने जनपद सीईओ से मांग की है कि मामले की गंभीरता से जांच की जाए और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत में कई महीनों से कोई भी जन सुनवाई नहीं हो रही, जिससे सामान्य नागरिकों की समस्याएं अनसुनी रह रही हैं।
अब सवाल प्रशासन पर:
क्या प्रशासन इस शिकायत को गंभीरता से लेगा?
क्या नंद का पूरा पंचायत में फिर से जन सुनवाई बहाल होगी?
और क्या लोकतंत्र की मर्यादा बची रह पाएगी?
