शहडोल ।
नगर पालिका परिषद ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए “प्लास्टिक हटाओ, कपड़े के थैला अपनाओ” अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत नगर के विभिन्न क्षेत्रों में शपथ पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें नागरिकों को प्लास्टिक के उपयोग को छोड़कर कपड़े के थैले का उपयोग करने की शपथ दिलाई गई।
मुख्य कार्यक्रम और जागरूकता अभियान:
नगर पालिका परिषद के अधिकारियों ने नगर के प्रमुख स्थानों पर जाकर नागरिकों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी और उन्हें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनने की प्रेरणा दी। साथ ही, दुकानदारों और व्यापारियों को भी प्लास्टिक के थैले के स्थान पर कपड़े के थैले का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देश:
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम, 2016 और इसके संशोधित नियम, 2024 के तहत, प्लास्टिक के थैलों का उत्पादन और उपयोग प्रतिबंधित किया गया है। इन नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना और पर्यावरणीय क्षति के लिए दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। NGT ने राज्य सरकारों और स्थानीय निकायों को इन नियमों का कड़ाई से पालन करने और नागरिकों में जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं।
शहडोल नगर पालिका परिषद की प्रतिबद्धता:
शहडोल नगर पालिका परिषद ने NGT और CPCB के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इस अभियान की शुरुआत की है। नगर पालिका परिषद का उद्देश्य नगरवासियों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाना है। इसके साथ ही, कपड़े के थैले के उपयोग को बढ़ावा देना और प्लास्टिक के उपयोग को कम करना भी इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
शहडोल नगर पालिका परिषद की यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि यह नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और जागरूकता बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका भी है। यदि इस अभियान को सफलतापूर्वक लागू किया जाता है, तो शहडोल नगर को प्लास्टिक मुक्त और स्वच्छ नगर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
