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शहडोल से संवाददाता
शहडोल जिले में भ्रष्टाचार अब किसी एक दायरे तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह एक के बाद एक चौंकाने वाले घोटालों के रूप में सामने आ रहा है। अभी हाल ही में स्कूलों की मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये के घोटाले की गूंज थमी भी नहीं थी कि अब जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में ड्राइफ्रूट और खाद्य सामग्री के फर्जी बिलों का नया मामला सामने आ गया है।
भदवाही पंचायत में ‘एक घंटे’ में उड़ गए 15 किलो ड्राइफ्रूट!
गोहपारू ब्लॉक के अंतर्गत भदवाही ग्राम पंचायत में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में भ्रष्टाचार का ऐसा अद्भुत नमूना देखने को मिला, जिसे सुनकर आम जनता हैरान है। दावा किया गया है कि महज एक घंटे के भीतर वहां उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने 14 से 15 किलो ड्राइफ्रूट, कई लीटर दूध, बिस्कुट और नमकीन खा डाले — और यह सब फर्जी बिलों के माध्यम से शासन को दिखाया गया।
कांग्रेस का आरोप – ‘भ्रष्टाचारियों की चांदी, जनता का पैसा बर्बाद’
इस गंभीर मामले पर जिला कांग्रेस कमेटी शहडोल के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता ने तीखा बयान जारी करते हुए कहा कि “भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार के रोज़ नए कीर्तिमान बनते जा रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब शासन और प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है।

गुप्ता ने कहा, “जिम्मेदार अधिकारी केवल अपने कमीशन में लगे हैं, उन्हें ना तो जनता की परवाह है और ना ही विकास कार्यों की। छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिए जो पैसे आवंटित होते हैं, वो भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते हैं।”
जांच और कार्रवाई की मांग
सुभाष गुप्ता ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय एवं निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोषियों को कठोर दंड मिलना चाहिए ताकि आगे से कोई जनहित योजनाओं के धन का दुरुपयोग करने की हिम्मत न कर सके।
यह जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता पीयूष शुक्ला द्वारा मीडिया को दी गई।
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शहडोल में लगातार सामने आ रहे घोटालों ने यह साबित कर दिया है कि सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम भ्रष्टाचारियों की ‘दावत’ बन चुके हैं। पेंट से लेकर ड्राइफ्रूट तक — हर चीज़ में घोटाला अब आम बात हो गई है। जनता को अब यह सवाल करना होगा कि आखिर किसके लिए चलाई जा रही हैं ये योजनाएं — आम जनता के लिए या भ्रष्टाचारियों के लिए?
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