ब्यौहारी (शहडोल), 27 जुलाई।
ब्यौहारी के शिवालय मैरिज गार्डन में शनिवार को महिलाओं और किशोरियों की सुरक्षा तथा नशामुक्त समाज के निर्माण को लेकर “सजग” एवं “नशे से दूरी है जरूरी” विषय पर एक संयुक्त जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ब्यौहारी विधायक श्री शरद कोल, शहडोल पुलिस अधीक्षक श्री रामजी श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक दीवान, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रभा मिश्रा एवं थाना प्रभारी श्री अरुण पाण्डेय उपस्थित रहे।
श्री अरुण पाण्डेय ने कहा, “आज की नारी अबला नहीं, सबला बन चुकी है।” वहीं, विधायक श्री कोल ने अपने संबोधन में कहा, “बालिकाएं हमारे समाज की रीढ़ हैं। उनकी सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए पूरे समाज को सजग होना होगा। नशा युवाओं को अंधकार की ओर ले जाता है, इससे बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।”
शहडोल पुलिस अधीक्षक श्री श्रीवास्तव ने भरोसा दिलाया कि “महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। समाज की सहभागिता से ही एक सुरक्षित व नशामुक्त माहौल बनाया जा सकता है।”
कार्यक्रम में लगभग 500 से अधिक स्थानीय लोग, छात्र-छात्राएं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा गणमान्य नागरिक शामिल हुए। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं उत्कृष्ट विद्यालय की छात्राओं द्वारा गीत व नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा और नशामुक्ति पर प्रभावशाली संदेश दिया गया।
अथर्व पैरामेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने भी सामाजिक विषयों पर गीत व नाटक प्रस्तुत कर वातावरण को जागरूकता से भर दिया।
महिला थाना, शहडोल की उपनिरीक्षक श्रीमती वर्षा बैगा ने अपने जीवन के संघर्ष साझा करते हुए बालिकाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में थाना प्रभारी श्री अरुण पाण्डेय ने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों और नागरिकों का आभार व्यक्त किया।

आंकड़े बताते हैं चिंता:
कार्यक्रम में यह जानकारी सामने आई कि शहडोल जिले में अब तक 956 एवं ब्यौहारी तहसील में 117 नाबालिग बालक-बालिकाएं झांसे में आ चुके हैं, जो समाज में जागरूकता की गंभीर आवश्यकता को दर्शाता है।
इस अवसर पर मौजूद लोगों ने अपने सवाल खुले मंच पर अधिकारियों से पूछे, जिनका जवाब सरल और स्पष्ट रूप में दिया गया, जिससे कार्यक्रम में विश्वास और संवाद की भावना मजबूत हुई।
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