एनटीपीसी गाडरवारा की फ्लाई ऐश राख से बढ़ा प्रदूषण और हादसों का खतरा
भाजपा नेता पवन पटेल ने केंद्रीय मंत्री, विधायक और सांसद को भेजी शिकायत — बोले, नियमों का खुलेआम उल्लंघन
गाडरवारा l एनटीपीसी पावर प्लांट गाडरवारा द्वारा फ्लाई ऐश राख के असुरक्षित व अनियमित परिवहन से क्षेत्र में प्रदूषण और सड़क हादसों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस गंभीर मुद्दे को लेकर भाजपा नेता पवन पटेल ने केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश के परिवहन एवं स्कूली शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, और क्षेत्रीय सांसद दर्शन सिंह चौधरी को एक लिखित शिकायत ईमेल के माध्यम से भेजी है।
पवन पटेल ने अपनी शिकायत में बताया कि एनटीपीसी के ओवरलोड ट्रेलर, डम्पर और ट्रक रोजाना चिचली बायपास रोड से साईखेड़ा, ककरा घाट होते हुए तेंदूखेड़ा तक अनियंत्रित रूप से दौड़ते हैं। कई वाहनों में अमानक लाइटें लगी हैं और सुरक्षा नियमों की खुली अनदेखी की जा रही है। तेज गति और ओवरलोडिंग के कारण राहगीरों, स्कूल के बच्चों एवं आम नागरिकों को आवागमन में परेशानी होती है, जबकि अब तक कई हादसे भी हो चुके हैं जिनमें लोगों और मवेशियों की जानें जा चुकी हैं।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि फ्लाई ऐश राख के परिवहन के लिए कैप्सूल पैकिंग का नियम होने के बावजूद वाहनों में सिर्फ साधारण तिरपाल से ढककर राख ढोई जा रही है, जो मार्ग में उड़कर पूरे क्षेत्र में फैल जाती है। इससे गाडरवारा से तेंदूखेड़ा मार्ग के किनारे राख के ढेर जमा हो गए हैं। राख खेतों को नुकसान पहुँचा रही है, हवा में धूल के गुबार से आँखों में जलन और सांस संबंधी बीमारियों की शिकायतें बढ़ रही हैं।
पवन पटेल ने यह भी उल्लेख किया कि एनटीपीसी द्वारा अन्य राज्यों से आए परमिट वाहनों के माध्यम से भी पर्यावरणीय मानकों और परिवहन नियमों का घोर उल्लंघन किया जा रहा है, फिर भी प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने मांग की है कि —
एनटीपीसी गाडरवारा और संबंधित ठेकेदारों के विरुद्ध जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए।
कैप्सूल पैकिंग नियम का सख्ती से पालन कराया जाए।
ओवरलोड और अनियंत्रित वाहनों पर नियंत्रण हेतु परिवहन विभाग व यातायात पुलिस द्वारा विशेष गश्त और चालानी कार्रवाई हो।
नागरिक सुरक्षा के लिए संबंधित मार्गों पर नियमित सफाई और जल छिड़काव की व्यवस्था की जाए।
भाजपा नेता पवन पटेल ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो एनटीपीसी और संबंधित विभागों के खिलाफ जनहित याचिका (PIL) दायर की जाएगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
शिकायत की प्रतियां जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर को भी प्रेषित की गई हैं।
