अनूपपुर 23 जून 2024 यस न्यूज जिला ब्यूरो दिगम्बर शर्मा
जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी के बीट गोबरी के कक्ष क्रमांक 302 में विगत कई दिनों से दो हाथियों के द्वारा ग्रामीणों के खेतों तथा घरों में रखे अनाज, सब्जियां एवं अन्य आहार को अपना ग्रास बनाने के लिए रहवासो को नुकसान पहुंचाया जा रहा है जंगली हाथियों के ठहराव से जहां एक और ग्रामीण परेशान है वहीं जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी निरंतर निगरानी में लगे हुए हैं तथा हाथियों के विचरण की मॉनिटरिंग के साथ ही ग्रामीणों के सुरक्षात्मक प्रयास हेतु जन जागरूकता आदि के प्रयास अपने स्तर से सुनिश्चित किये जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से अनूपपुर जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले जंगली हाथियों के द्वारा ग्रामीणो व किसानों के नुकसानी की समस्या तथा जान माल की रक्षा के लिए सतत चौकन्ना रहने की समस्या विगत वर्षों मे होने से कानून व्यवस्था के नजरिये से जिला प्रशासन को दिक्कतो का भी सामना करना पड़ रहा है।
जंगली हाथियों के छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से जिले के गोबरी क्षेत्र में विगत कई दिनों से रहने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में दहशत को देखते हुए कलेक्टर आशीष वशिष्ठ, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह पवार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने वन क्षेत्र गोबरी का जायजा लिया गया इस दौरान पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक फुन्देलाल सिंह भी उपस्थित हुए उन्होंने मौका भ्रमण किया तथा ग्रामीणों से चर्चा करते हुए जंगली हाथियों के विचरण को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षात्मक सावधानियां बरतने की अपील की गई उन्होंने कहा कि चौकन्ना रहकर जान माल की सुरक्षा सभी लोग सुनिश्चित करें वरिष्ठ अधिकारियों के भ्रमण के दौरान एसडीएम अनूपपुर श्रीमती दीपशिखा भगत प्रभारी रेंज ऑफिसर अजेंद्र सिंह रेंज ऑफिसर कोतमा हरीश तिवारी डिप्टी रेंजर जैतहरी रावेन्द्र सिकरवार सहित वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
गोगरी ग्राम का भ्रमण करते हुए कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने वन अधिकारियों को जंगली हाथी जिस मार्ग से आए हैं उसी मार्ग से वापसी के लिए रूपरेखा तैयार करने संबंधी कार्यवाही वरिष्ठ वन अधिकारियो के निर्देशानुसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि जंगली हाथियों के विचरण की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए उन्होंने कहा कि जंगली हाथियों के वापसी कार्य में अनुभवी वन अधिकारियों का मार्गदर्शन लेकर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए जिससे जंगली हाथियों के बार-बार विचरण से हो रहे नुकसान से ग्रामीणों को राहत मिलने के साथ ही शांतिपूर्ण जीवन यापन भी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों से चर्चा कर सहयोग प्राप्त करने के भी निर्देश दिए।