शहडोल/ब्योहारी।
सिविल हॉस्पिटल ब्योहारी की स्वास्थ्य सेवाओं की दयनीय स्थिति सामने आई है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने खुलासा किया है कि जनरल वार्ड में भर्ती किसी भी मरीज के बेड पर चादर नहीं थी। इसके अलावा, रूम में सफाई का कोई नामोनिशान नहीं था। डस्टबिन भी उपलब्ध नहीं थी और गंदगी चारों ओर फैली हुई थी।


उनके द्वारा पूछने पर स्टाफ नर्स ने बताया कि चादर धोने वाले इन दिनों काम पर नहीं आ रहे हैं, इसलिए चादरें गंदी रखी गई हैं।इसके अलावा, सरकारी आदेश के मुताबिक ड्यूटी के लिए 15 दिन पहले ड्यूटी निर्धारित करने की आवश्यकता होती है, लेकिन इस अस्पताल में ऐसा नहीं होता है। इस बदहाली और अनुपालन की कमी के कारण मरीजों को बड़ी परेशानी हो रही है।




िविल अस्पताल को इस संकेत का ध्यान देना होगा कि अस्पताल सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है, ताकि मरीजों को उचित देखभाल प्राप्त हो सके।
एक मरीज के तीमारदार ने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि वह अपनी माता जी को तबियत ख़राब हो जाने के कारण डॉक्टर को दिखाने गए थे। वहां जानकारी मिली कि डॉक्टर अस्पताल प्रांगण के अंदर अपने रूम में मरीजों को देखते हैं। उन्होंने अपनी माता जी को वहां डॉक्टर को दिखाया और गवर्नमेंट अस्पताल प्रांगण के अंदर ही डॉक्टर को ₹200 फीस दी।

डॉक्टर ने उनकी माता जी को एडमिट कर बोतल चढ़ाने की बात कही। तीमारदार जब अपनी माता जी को दवाई लेकर ऊपर जनरल वार्ड में एडमिट करने गए, तो वहां किसी भी बेड पर चद्दर नहीं मिली और ना ही किसी बेड के पास कोई डस्टबिन रखा हुआ था। वार्ड में हर जगह गंदगी फैली हुई थी। उन्हें मजबूरन अपनी माता जी को वहां से लेकर जाना पड़ा।
सिविल अस्पताल ब्योहरी में पदस्थ डॉक्टर और तहसील के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को फोन के माध्यम से संपर्क साधा गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
