शिक्षा के साथ बच्चों को संस्कार कि भी आवश्यकता :अंशुमान
अब शिक्षा का मतलब सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं: डॉ अजय कुमार पांडेय
भदोही, 06 सितंबर ।(नितेश उपाध्याय ब्यूरो चीफ)बच्चों में स्कूली शिक्षा के साथ-साथ पारिवारिक संस्कारों कि भी आवश्यकता है। शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं संस्कारयुक्त होनी चाहिए। हमें बच्चों में ऐसे संस्कार डालने चाहिए जिससे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे परिवार और मां-बाप का सम्मान भी कर पाएं।
भदोही के सुरियावां नगर स्थित पीस कॉटेज स्कूल के
वार्ष्णेकोत्सव समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपनी बात रखते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने कहा कि अब शिक्षा केवल किताबी नहीं होनी चाहिए उसे बहु आयामी और व्यापक बनाना चाहिए। शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कार और नैतिक शिक्षा देने की भी जरूरत है।
सुरियावां नगर अध्यक्ष विनय चौरसिया ने कहा कि शिक्षा का स्वरूप आज बहुआयामी हो गया है। बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ-साथ खेल, व्यायाम और दूसरी बातें भी सिखानी आवश्यक है। बदलते परिवेश में बच्चों को सामाजिक व्यवस्था से जोड़ना भी उतना ही आवश्यक है। क्योंकि सामाजिक व्यवस्था में रीति-रिवाज और संस्कार से जुड़कर ही बच्चे अपने शिक्षा का सही उपयोग कर सकते हैं।
पीस कॉटेज स्कूल के संरक्षक डॉ अजय कुमार पांडेय ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बदलते परिवेश में शिक्षा बहूआयामी हो गईं है। अब शिक्षा का मतलब सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं है। हम शिक्षा का सम्मान कभी झुकने नहीं देंगे। बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ-साथ हम खेलकूद संस्कार, नैतिक शिक्षा भी देने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाएं बच्चों का विशेष ध्यान रखती हैं। खेलकूद और गीत संगीत के माध्यम से भी बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। बदलते दौर में बच्चों में शिष्टाचार की कमी आ रही है लेकिन विद्यालय परिवार गंभीर है और बच्चों में शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास और नैतिकता पर विशेष बल दिया जा रहा है।
वार्षिकोत्सव समारोह में बच्चों ने अपने रंगारंग कार्यक्रम से अभिभावकों और आमंत्रित अतिथियों का मनमोहन लिया। इस दौरान स्कूली बच्चों ने झांसी की रानी, किसान और जवान, मां-बाप से बच्चों के टूटते पारिवारिक रिश्तों पर बहुत ही बेहतर और सुंदर ढंग से नाटक प्रस्तुत किया गया। इस दौरान स्कूल की प्रबंधक माया पांडेय, प्रधानाचार्य नीरज दुबे, प्रशासक विद्या शंकर दुबे, उपचार स्वागत शाहा, नितेश उपाध्याय,सतीश पांडेय, शिवचंद उपाध्याय, कनिका एडवर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन नीलम प्रिया ने किया।

