“ऑल इंडिया वॉलीबॉल टूर्नामेंट सिंघपुरा में हुआ आयोजन, आगरा ने जीता पुरुष वर्ग, ग्वालियर पुलिस लाइन रही उपविजेता”
पोरसा: खेल से बच्चों का सर्वांगीण विकास, प्रतिभा को निखारने का एक बेहतरीन अवसर – देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर
ग्राम सिंहपुरा में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय वॉलीबॉल टूर्नामेंट में महिला और पुरुष वर्ग के मुकाबले का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। इस प्रतियोगिता में सात राज्यों से पुरुष वर्ग की 28 टीमों और महिला वर्ग की 10 टीमों ने हिस्सा लिया। टूर्नामेंट का समापन सीवीपीएल सीजन-1 के रूप में हुआ, जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हॉकी संघ, श्री देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर (रामू भैया) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

प्रतियोगिता के पहले दिन से ही रोमांचक मुकाबले देखने को मिले, जिसमें पुरुष वर्ग में आगरा की टीम विजेता बनी, जबकि पुलिस लाइन ग्वालियर उपविजेता रही। महिला वर्ग में एल एन आई पी ग्वालियर की टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि उपविजेता जैतपुर आगरा यूपी की टीम रही।
यह टूर्नामेंट ग्रामीण खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा मंच साबित हुआ, जिसमें खेल के प्रति उनकी रुचि को बढ़ावा मिला। देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर (रामू भैया) ने सभी बच्चों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि “खेलों से बच्चों का संपूर्ण विकास होता है और वे अपने परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन कर सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति के अंदर एक अदृश्य प्रतिभा छिपी होती है, और ऐसे आयोजनों से उस प्रतिभा को निखारा जा सकता है।” उन्होंने सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को संस्कार और खेल में पारंगत करें ताकि वे देश का नाम रोशन कर सकें।

इस टूर्नामेंट में विभिन्न राज्यों की टीमें शामिल हुई, जिनमें ग्वालियर, आगरा, जैतपुर, शिवपुरी, जयपुर, सैफई, अंबा, भिंड, मालनपुर, भोपाल, फिरोजाबाद, लखनऊ, मुरैना आदि के अलावा महिला वर्ग में ग्वालियर, जैतपुर, भिंड, मुरैना, अंबा, सेपऊ, मालनपुर और ग्वालियर की दो टीमें शामिल थीं।
रेफरी के रूप में उपदेश सिंह तोमर, दयाल सिंह गुर्जर, चरन सिंह तोमर और दिनेश सिंह तोमर ने अपनी सेवाएं दी।
प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर के साथ ही श्रीमती अनुराधा देवेश सिंह तोमर द्वारा विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए।
इस प्रकार, यह टूर्नामेंट केवल खेल के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि क्षेत्रीय एकता और बच्चों की समग्र विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

