पोरसा। पत्रकार विनय की कलम से…।
पोरसा, जो कभी प्रदेश और देश के लोगों के बीच एक प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता था, अब विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। पोरसा का मुक्तिधाम अब न केवल भारत, बल्कि विदेशों से भी लोग देखने के लिए आ रहे हैं। हाल ही में, इजराइल से पधारे अतिथि थेमिस और ओरिस विरेला ने इस ऐतिहासिक स्थल का विंदुवार अवलोकन किया और इसकी अद्भुत सुंदरता को कैमरे में कैद किया।
मुक्तिधाम का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व
पोरसा का मुक्तिधाम महाकाल की पावन भूमि पर स्थित है, जहां सत्यम शिवम् सुंदरम् की थीम के तहत बारह ज्योतिर्लिंगों का तीव्र गति से निर्माण चल रहा है। यह स्थल ज्ञान, वैराग्य और भक्ति का अद्भुत संगम बन गया है। यहां आने वाले हर श्रद्धालु को न केवल धार्मिक शांति मिलती है, बल्कि यह स्थान अपने दिव्य वातावरण और सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध हो रहा है।
विदेशी पर्यटकों का बढ़ता आकर्षण
भारत दर्शन के लिए निकले इजराइल के दो पर्यटक थेमिस और ओरिस विरेला, जो मित्र के रूप में पोरसा मुक्तिधाम पहुंचे, इस स्थान की सुंदरता देखकर हैरान रह गए। डॉ. अनिल गुप्ता ने इन अतिथियों से मुलाकात की और उनके पासपोर्ट की जांच की, तभी दोनों ने मुक्तिधाम को देखकर कहा, “यह कितना सुंदर है!” इसके बाद, उन्होंने मुक्तिधाम की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद कर ली।
पोरसा मुक्तिधाम: अब एक प्रमुख पर्यटक स्थल
अब पोरसा मुक्तिधाम केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है। यहाँ हर दिन देश-विदेश से लोग आते हैं, और इस स्थल की अद्भुत सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण में खो जाते हैं। यह स्थल न केवल धार्मिक श्रद्धा का केन्द्र बन चुका है, बल्कि अब एक शानदार पर्यटन स्थल के रूप में भी अपनी पहचान बना चुका है।
इस तरह, पोरसा मुक्तिधाम ने अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों के बीच भी एक विशिष्ट स्थान बना लिया है। यह स्थल न केवल भारतीय संस्कृति और परंपरा की एक जीवंत मिसाल है, बल्कि यह पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखता है।