पोरसा का ‘स्टार’ चमका देहरादून की राह पर: स्टार क्रिकेट क्लब की मेहनत लाई रंग, कोच अश्विनी तोमर की कोचिंग से दो खिलाड़ी मध्यप्रदेश U14 टीम में चयनित

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पोरसा, मुरैना: पत्रकार विनय की रिपोर्ट ।

छोटे कस्बों की गलियों से जब मेहनत की गूंज उठती है, तो उसका असर बड़े मैदानों तक जाता है। यही कर दिखाया है पोरसा के स्टार क्रिकेट क्लब ने। क्रिकेट की इस प्रयोगशाला से निखरकर निकले दो होनहार खिलाड़ियों – अनुराग शर्मा (गांधीनगर) और शिवम रावत (धनेटा रोड) – का चयन मध्यप्रदेश बॉयज़ अंडर-14 टीम में हुआ है, जो 20 अप्रैल से 5 मई तक देहरादून में आयोजित होने वाली राज सिंह डूंगरपुर ट्रॉफी में भाग लेंगे।

यह सफलता केवल इन बच्चों की नहीं, बल्कि पूरे पोरसा क्षेत्र की जीत है – एक संदेश कि प्रतिभा सिर्फ शहरों की मोहताज नहीं होती, सही मार्गदर्शन और समर्पण से गांव भी सितारे पैदा कर सकते हैं।



स्टार क्रिकेट क्लब: एक सपना, जो पिच पर हकीकत बन रहा है

बीते 10 वर्षों से संचालित यह क्लब, पोरसा के क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। इसकी नींव रखी थी विष्णु सिंह तोमर ने, जो स्वयं एक क्रिकेटर रह चुके हैं। उन्हें लगा कि कस्बे के स्कूली बच्चों को भी पेशेवर क्रिकेट का मंच मिलना चाहिए। तभी से यह क्लब लगातार बेसिक स्किल्स से लेकर प्रतिस्पर्धी क्रिकेट तक की ट्रेनिंग दे रहा है।

क्लब की ट्रेनिंग अब अटेर रोड पोरसा के पास स्थित मैदान में होती है, जहां सुबह 7 से 11 बजे तक और शाम 4 से 7 बजे तक दो शिफ्ट में अभ्यास होता है। वर्तमान में क्लब में 35 से अधिक युवा खिलाड़ी प्रशिक्षित हो रहे हैं – कुछ स्कूल के छात्र, तो कुछ कॉलेज के।




कोच अश्विनी तोमर: सिर्फ कोच नहीं, मार्गदर्शक और परिवार का हिस्सा

इस सफलता की सबसे मजबूत कड़ी हैं कोच अश्विनी तोमर, जो बीते 8 वर्षों से निःस्वार्थ भाव से बच्चों को कोचिंग दे रहे हैं। अश्विनी कहते हैं:

“जब कोई बच्चा पहली बार बल्ला पकड़ता है, तो वो सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं बनता, वह सपने देखना शुरू करता है। मेरा प्रयास हमेशा यह होता है कि वह सपना टूटा नहीं, बल्कि मजबूत हो।”

वे अब तक 200 से अधिक बच्चों को प्रशिक्षण दे चुके हैं और उन्हें तकनीक के साथ-साथ अनुशासन, खेल भावना और शारीरिक फिटनेस का भी पाठ पढ़ाते हैं। उनके लिए हर खिलाड़ी एक परिवार का सदस्य है – यही भावना उन्हें एक सामान्य कोच से खास बनाती है।



चयन का सफर: मेहनत, हौसला और हुनर की तिकड़ी

राज सिंह डूंगरपुर ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए चयन की प्रक्रिया बेहद प्रतिस्पर्धात्मक होती है:

उम्र सीमा: 14 वर्ष से कम

दस्तावेज़: जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, स्कूल ID

प्रदर्शन: जिला/संभागीय स्तर पर निरंतर अच्छा प्रदर्शन

फिटनेस टेस्ट: यो-यो टेस्ट, TW3 बोन एज टेस्ट

ट्रायल में प्रदर्शन: बैटिंग, बॉलिंग, फील्डिंग, गेम सेंस


अनुराग और शिवम ने इन सभी मापदंडों पर खरे उतरते हुए यह गौरव हासिल किया।

लेफ्ट विष्णु तोमर और राइट में अश्विनी




प्रेरणा के स्रोत और भविष्य की राह

स्टार क्रिकेट क्लब को दिशा और समर्थन मिला चंबल डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन से, जिसके सचिव तस्लीम खान युवाओं को राष्ट्रीय मंच पर पहुंचाने का सपना लेकर कार्य कर रहे हैं। साथ ही,  उनके प्रेरणा और सहयोग ने क्लब के संस्थापक विष्णु सिंह तोमर को हमेशा आगे बढ़ने की ताकत दी।

विष्णु सिंह तोमर , क्लब संचालक



संदेश स्पष्ट है: मैदान में पसीना बहाओ, मंज़िल खुद पास आएगी

स्टार क्रिकेट क्लब और कोच अश्विनी तोमर का समर्पण पोरसा जैसे छोटे कस्बों के लिए एक मिसाल है – कि यदि इरादा मजबूत हो, तो सीमित संसाधनों में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हो सकते हैं।

क्लब के संचालक विष्णु सिंह तोमर का कहना है,
“यह तो बस शुरुआत है, हमारा सपना है कि आने वाले वर्षों में पोरसा के खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पहनें और हमारे गांव-कस्बे का नाम दुनिया में रोशन करें।”

बीच में चंबल क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी तस्लीम खान

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