पोरसा (मुरैना):
ग्राम सिंहपुरा की मिट्टी रविवार को रोमांच और जज़्बे की गवाह बनी, जब यहाँ ऐतिहासिक ग्रामीण दंगल का भव्य आयोजन किया गया। देशभर के नामी पहलवानों ने इस दंगल में अपनी ताकत और तकनीक का जबरदस्त प्रदर्शन किया। दंगल की सबसे बड़ी और बहुप्रतीक्षित कुश्ती 31,000 रुपए इनाम की रही, जिसमें भिंड केसरी गौरव शर्मा और ग्वालियर केसरी जीतू पहलवान आमने-सामने थे। यह शानदार मुकाबला दर्शकों की तालियों के बीच बराबरी पर समाप्त हुआ।
शानदार आयोजन में दिखा ग्रामीण खेल संस्कृति का जलवा
इस ऐतिहासिक दंगल का आयोजन शिवभान सिंह तोमर (नेवी कोच एवं मध्य प्रदेश केसरी) के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में संभाग केसरी भवानी सिंह तोमर, वर्ल्ड चैंपियन राधे माहौर, और अनेक सहयोगकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। निर्णायक मंडल में राजकुमार खलीफा, नवल खलीफा, पुजारी खलीफा और नरेश सिंह तोमर खलीफा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति से बढ़ा आयोजन का गौरव
दंगल में उपस्थित मुख्य अतिथियों में नीतू सिकरवार, मुंदरे गुप्ता सेठ, सोनू सिकरवार और कुलदीप सिकरवार विशेष रूप से उपस्थित रहे। उनके द्वारा विजयी पहलवानों को सम्मानित भी किया गया।
कुश्तियों की श्रृंखला ने बांधा रोमांच
ग्राम सिंहपुरा में दिनभर चली कुश्तियों की श्रृंखला ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। विभिन्न श्रेणियों में कुल हजारों की संख्या में दर्शकों ने कुश्तियों का आनंद लिया।
इनामी कुश्तियों का विवरण इस प्रकार रहा:
₹100 की – 40 कुश्तियाँ
₹200 की – 30 कुश्तियाँ
₹300 की – 50 कुश्तियाँ
₹500 की – 10 कुश्तियाँ
₹700 की – 12 कुश्तियाँ
₹1000 की – 51 कुश्तियाँ
₹2100 की – 70 कुश्तियाँ
₹5100 की – 8 कुश्तियाँ
₹7100 की – 15 कुश्तियाँ
₹21,000 की – 3 कुश्तियाँ
₹31,000 की – 1 फाइनल कुश्ती
फाइनल मुकाबले ने लूटी महफिल
फाइनल और सबसे महंगी कुश्ती ₹31,000 की रही, जिसमें गौरव शर्मा (भिंड) और जीतू पहलवान (ग्वालियर) के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई। दोनों पहलवानों ने दर्शकों को अपने दांव-पेंच से मंत्रमुग्ध कर दिया। कई बार ऐसा लगा कि एक जीतने वाला है, परंतु अंततः मुकाबला बराबरी पर छूटा, जिससे दोनों पहलवानों को सम्मान सहित विजेता घोषित किया गया।
21,000 की तीन प्रमुख कुश्तियाँ भी बनी आकर्षण का केंद्र:
1. गिर्राज पहलवान बनाम दलवीर पहलवान
2. राकेश पहलवान बनाम हनुमंत पहलवान
3. पोप सिंह पहलवान बनाम अन्य
खुशी पहलवान (मथुरा) ने भी दिखाया दम
खुशी पहलवान (मथुरा) का मुकाबला भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। उन्होंने 5100 रुपए की इनामी कुश्ती में हिस्सा लेकर शानदार प्रदर्शन किया और दर्शकों का दिल जीत लिया।
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निष्कर्ष:
ग्राम सिंहपुरा का यह दंगल न केवल एक खेल आयोजन था, बल्कि यह ग्रामीण खेल संस्कृति, परंपरा और पहलवानी के गौरवशाली इतिहास का उत्सव भी था। आयोजकों ने कुश्ती प्रेमियों को एक अविस्मरणीय अनुभव दिया, और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में यह आयोजन और भी भव्य रूप लेगा।