पोरसा (संवाददाता) —
पोरसा नगर में इन दिनों नालियों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था की लचर स्थिति आम जनजीवन पर कहर बनकर टूटी है। नगर के विभिन्न वार्डों और मार्गों में नालियों का गंदा पानी सड़कों पर भरकर जगह-जगह कीचड़ और जलजमाव की समस्या खड़ी कर रहा है। स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि छात्र-छात्राओं, कामकाजी लोगों और महिलाओं को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। यह महज जलभराव नहीं, एक गंभीर नागरिक संकट बन चुका है।

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“गंगाराम गली में जल-जाल: स्कूल जाने वाले छात्र परेशान, ब्रांड एंबेसडर भी त्रस्त”
वार्ड क्रमांक 7 की गंगाराम वाली गली, जो कि एक महत्वपूर्ण आवागमन मार्ग है, दो वक्त—सुबह और शाम—नालियों के गंदे पानी से पूरी तरह जलमग्न हो जाती है। यह गली स्थानीय स्कूलों और कोचिंग संस्थानों तक पहुँचने का मुख्य रास्ता भी है। विद्यार्थियों को घुटनों तक गंदे पानी से गुजरना पड़ता है, जिससे उनकी शिक्षा पर भी असर पड़ रहा है।
गली में ही रहने वाली नगर पालिका की स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर रेखा बहन ने बताया कि वह स्वयं इस समस्या से अत्यधिक परेशान हैं। “जब नगर की ब्रांड एंबेसडर तक इस परेशानी में है, तो आम जनता की हालत क्या होगी—यह सोचने की बात है,” उन्होंने व्यथित स्वर में कहा।
आज दीक्षित वाली गली, नागाजी प्रेस वाली गली समेत आस-पास की अन्य गलियों में भी पानी भर गया, जिससे दर्जनों घरों का संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। रहवासी रोज कीचड़ और गंदगी से जूझने को मजबूर हैं।

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“गोकुलपुरा की सड़क नहीं, जल सरोवर है: ग्रामीण बोले—प्रशासन सिर्फ वादे करता है”
पोरसा से गोकुलपुरा तक का मुख्य मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। दो स्थानों पर भारी जलभराव है—एक ओर पाइपलाइन लीकेज, तो दूसरी ओर नालियों का गंदा पानी बिना निकासी के सड़क पर बह रहा है। यह रास्ता ग्रामीणों के लिए बाजार, स्कूल और अस्पताल जाने का एकमात्र मार्ग है।
गोकुलपुरा निवासी हरी सिंह तोमर ने प्रशासन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “हमने कई बार आवेदन दिए, शिकायतें कीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हमें हर दिन मॉडर्न स्कूल के पास से होकर निकलना पड़ता है, जहां गंदा पानी भरा है और मच्छरों की भरमार है। यह स्वास्थ्य के लिए खतरा है।”
इस मार्ग के आस-पास रहने वाले लोग डेंगू, मलेरिया जैसे संक्रमणों को लेकर डरे हुए हैं। बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलना दूभर हो गया है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी अवधेश सिंह सेंगर ने कहा कि “हम समस्या से अवगत हैं और जल्द ही स्थायी समाधान की योजना बनाई जा रही है।”

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“प्रेम सिंह तोमर गली में कैद हुए लोग: नाले की सफाई बनी परेशानी की जड़”
वार्ड क्रमांक 1 की प्रेम सिंह तोमर पार्षद वाली गली में सफाई अभियान के दौरान नाले को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इससे पानी की निकासी रुक गई और गंदा पानी सड़क पर फैल गया। परिणामस्वरूप चार मकानों के निवासी घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों को वैकल्पिक मार्गों से घूम-घूम कर निकलना पड़ रहा है। कई लोग ऑफिस, स्कूल और जरूरी कामों से वंचित हो रहे हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुषमा देवी रामवीर सिंह तोमर ने कहा, “नाले की सफाई अभियान चल रहा है। दो दिन के भीतर नाला पूरी तरह साफ हो जाएगा और जलभराव स्वतः समाप्त हो जाएगा।”
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प्रशासनिक निष्क्रियता से जूझ रहा पोरसा, नागरिक कर रहे हैं दोहरी लड़ाई—गंदगी और उपेक्षा से
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि पोरसा नगर की नालियों और जल निकासी की स्थिति चिंताजनक है। नागरिकों को स्वास्थ्य संकट, जनजीवन में रुकावट और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है। हर वार्ड से शिकायतें मिल रही हैं, लेकिन समाधान अधर में है। प्रशासन को चाहिए कि वह इन मुद्दों पर प्राथमिकता से ध्यान दे और जनता को राहत दिलाने हेतु ठोस कार्य योजना बनाए।
