रक्सा कोलमी में 1320 मेगावाट ताप विद्युत परियोजना को मिली हरी झंडी — किसानों की सहमति और रोजगार की नई उम्मीदों ने दिखाई विकास की राह
अनूपपुर। यस न्यूज ब्यूरो दिगम्बर शर्मा

मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में विकास की एक नई सुबह का उदय हुआ है। ग्राम रक्शा और कोलमी में प्रस्तावित 1320 मेगावाट की न्यू जोन प्राइवेट लिमिटेड ताप विद्युत परियोजना को लेकर त्रिस्तरीय संयुक्त बैठक में ग्रामीणों, प्रशासन और कंपनी के बीच एक अभूतपूर्व समन्वय देखने को मिला। यह बैठक न सिर्फ संवाद का माध्यम बनी, बल्कि विकास और विश्वास की मजबूत नींव भी रखी।
बैठक में अपर कलेक्टर दिलीप कुमार पांडेय, एसडीएम कमलेश पुरी, नायब तहसीलदार चक्रवर्ती, और न्यू जोन कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट सुधाकर पांडेय एवं सुशील कांत मिश्रा मौजूद रहे। साथ ही, सैकड़ों प्रभावित किसान, पंचायत प्रतिनिधि और मीडिया कर्मी भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बने।
ग्रामवासियों की आवाज़ बनी प्राथमिकता
बैठक में ग्राम पंचायत रक्शा और कोलमी के सरपंचों, किसानों और युवाओं ने अपनी मांगे खुलकर रखीं, जिनमें शामिल थीं:
भूमि देने वाले हर परिवार को रोजगार की गारंटी ,पारदर्शी मुआवजा वितरण, ग्राम सभा की भागीदारी से ,CSR फंड का उपयोग रक्शा-कोलमीं के समग्र विकास में ,5 लाख की सहायता राशि, जिसमें 4 लाख एकमुश्त और 1 लाख दो किश्तों में
स्थानीय 350 पात्र युवाओं को प्राथमिकता से नौकरी
अपर कलेक्टर पांडेय ने साफ कहा, “यह परियोजना अनूपपुर के औद्योगिक विकास का आधार बनेगी, लेकिन ग्रामीणों के हक़ सर्वोपरि रहेंगे। प्रशासन पूरी पारदर्शिता से कार्य करेगा।”
एसडीएम कमलेश पुरी ने ग्रामीणों की हर मांग को गंभीरता से सुना और त्वरित कार्यवाही का भरोसा दिया। वहीं, कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट सुधाकर पांडेय ने जोर देकर कहा, “यह सिर्फ एक पावर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि अनूपपुर का भविष्य है। हम सब मिलकर विकास की नई गाथा लिखेंगे।”
उम्मीदों को ऊर्जा देने वाला स्तंभ बनेगा प्रोजेक्ट
न्यू जोन कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि परियोजना का क्रियान्वयन स्थानीय सहभागिता, पारदर्शिता और त्वरित लाभ वितरण के सिद्धांतों पर आधारित होगा। सुशील कांत मिश्रा ने सभी किसानों से आवश्यक दस्तावेज जल्द जमा करने की अपील की ताकि मुआवजा वितरण में किसी प्रकार की देरी न हो।
सौहार्द और साझेदारी की मिसाल
इस बैठक ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि प्रशासन, उद्योग और आम जनता एक साथ आएं, तो किसी भी विकास परियोजना को विरोध नहीं, सहयोग मिलता है। ग्रामीणों का उत्साह यह दर्शाता है कि अब वे केवल दर्शक नहीं, बल्कि विकास के साझेदार हैं।
उज्जवल भविष्य की ओर एक बड़ा कदम
1320 मेगावाट की यह ताप विद्युत परियोजना अनूपपुर को केवल बिजली नहीं, बल्कि रोजगार, उम्मीद और प्रगति की रौशनी देगी। यह पहल न सिर्फ अनूपपुर, बल्कि पूरे देश के लिए विकास में जनभागीदारी का एक आदर्श मॉडल बनकर उभरेगी।
