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शहडोल, 23 जुलाई। पत्रकार विनय की रिपोर्ट (8349627682)
जिला आदिवासी कांग्रेस शहडोल ने केंद्र और राज्य सरकार से माँग की है कि 9 अगस्त को मनाए जाने वाले ‘अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस’ पर मध्य प्रदेश में शासकीय अवकाश घोषित किया जाए। इस सिलसिले में कांग्रेस संगठन ने राष्ट्रपति और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर के माध्यम से सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस केवल एक प्रतीकात्मक दिन नहीं, बल्कि यह विश्वभर के आदिवासी समुदायों की पहचान, अधिकार और अस्तित्व को मान्यता देने का दिन है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित है और कई देशों में इसे सम्मानपूर्वक मनाया जाता है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रेमधारी सिंह मार्को ने बताया कि “यह दिवस आदिवासी समाज के ऐतिहासिक योगदान, उनके संवैधानिक अधिकारों और सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने का अवसर है। लेकिन दुर्भाग्यवश वर्तमान सरकार द्वारा न तो इस दिन को लेकर संवेदनशीलता दिखाई जा रही है और न ही कोई सहयोग।”

उन्होंने यह भी बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार, विशेष रूप से जब कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब 9 अगस्त को राज्य स्तर पर शासकीय अवकाश घोषित किया गया था। साथ ही, जनपद स्तर तक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सहायता राशि भी प्रदान की जाती थी।
वर्तमान सरकार की चुप्पी पर नाराजगी जाहिर करते हुए मार्को ने कहा कि “जब तक सरकार आदिवासी समाज को उनके अधिकारों के साथ सम्मान नहीं देगी, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। सिर्फ विकास की बातें करने से नहीं, बल्कि हक और पहचान देने से समाज आगे बढ़ेगा।”
उन्होंने माँग की कि 9 अगस्त को प्रदेश में शासकीय अवकाश घोषित कर आदिवासी समाज को उचित सम्मान दिया जाए और सभी विभागों को निर्देशित किया जाए कि वे इस दिन को सरकारी स्तर पर आयोजित कराएं।

ज्ञापन सौंपते समय उपस्थित रहे –
आदिवासी कांग्रेस के जिला प्रभारी तिलक राज सिंह एवं आदिवासी कांग्रेस प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष प्रेमधारी सिंह मार्को के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपा।इस अवसर पर विमल सिंह, महेश सिंह, वी. नागेश्वरी सिंह, दाल प्रताप सिंह, फूल सिंह (सरपंच) सहित अन्य कई कांग्रेसी नेता उपस्थित रहे।
