जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन हेतु स्थान करें चिन्हित

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📌जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन हेतु स्थान करें चिन्हित, 5 से 15 जून तक चलेगा अभियान – कलेक्टर

📌मतगणना कार्य को अधिकारी अपने दायित्वों का बखूखी से करें निर्वहन- श्री तरूण भटनागर

📌राजस्व प्रकरणों में प्रगति लाने के कलेक्टर ने दिए निर्देश

📌 कलेक्टर श्री तरूण भटनागर की उपस्थिति में आज कलेक्टर कार्यालय के विराट सभागार में समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी नगरीय निकायों में जल स्रोतों तथा नदी, तालाबों, कुओं, बावड़ियों एवं अन्य जल स्रोतों के संरक्षण एवं इनके पुनर्जीवन के लिये 5 जून से 15 जून तक विशेष अभियान चलाया जायेगा, इस अभियान में अधिकारी, कर्मचारी व आम लोगों को भी शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान अमृत 2.0 योजनान्तर्गत प्रचलित जल संरचनाओं के उन्नयन का कार्य सर्वाेच्च प्राथमिकता से कराया जाये। अमृत 2.0 योजना अंतर्गत नगरीय निकाय में चयनित जल संरचनाओं के अतिरिक्त यदि कोई नदी, झील, तालाब, कुआं, बावड़ी उपलब्ध है, जिसके पुनर्जीवन/संरक्षण की जरूरत है, तो इनके उन्नयन कार्य स्थानीय सामाजिक एवं जनभागीदारी के माध्यम से कराये जायें। जल संरचनाओं में मिलने वाले गंदे पानी के नाले, नालियों को स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम 2.0) के अंतर्गत लिक्विड वेस्ट मैनेजमेन्ट परियोजना के माध्यम से डायवर्सन के बाद शोधित कर जल संरचनाओं में छोड़ा जाये। जल संरचनाओं के चयन के साथ ही इनके जीर्णाेद्धार तथा नवीनीकरण के परिणाम संयोजित उद्देश्यों जैसे – जलप्रदाय, पर्यटन, भू-जल संरक्षण, मत्स्य पालन, सिंघाड़े का उत्पादन आदि भी तय कर लें। कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल संरचनाओं के जीर्णाेद्धार/उन्नयन कार्य में जनभागीदारी का सहयोग लें। इसके तहत जीर्णाेद्धार/नवीनीकरण किये जाने वाले जल संग्रहण संरचना के कैचमेन्ट में आने वाले अतिक्रमण एवं अन्य गतिरोधों को दूर करना और जीर्णाेद्धार/नवीनीकरण के कार्याें का चयन करें। उन्होंने कहा है कि जल संरक्षण के जीर्णाेद्धार/उन्नयन कार्य में कैचमेन्ट के अतिक्रमण हटाये जायें, जल संरचनाओं के किनारों पर अतिक्रमण को रोकने के लिये फेंसिंग के रूप में वृक्षारोपण किया जाये। उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय अंतर्गत पुराने कुएं एवं बावड़ियों की साफ-सफाई, मरम्मत कार्य हेतु स्थानों को चिन्हित करें लें। कलेक्टर ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों के सचिव, हल्का पटवारियों को भी इस अभियान के संबंध में चर्चा करें और जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन हेतु स्थानों को चिन्हित कराएं। कलेक्टर ने बैठक में मतगणना कार्य हेतु नियुक्त नोड़ल अधिकारी निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों को अच्छे से पढ़े और अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन बखूखी के साथ करना सुनिश्चित करेंगे।

कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मतगणना स्थल के चारो ओर बैरिकेंडिंग के कार्य को 30 मई तक पूर्ण कर लें। बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती अमृता गर्ग ने कहा कि मतगणना कार्य में लगे अधिकारी कर्मचारी अपने आईडी कार्ड बनवा ले जिससे मतगणना स्थल में प्रवेश के दौरान समस्या न हो। कलेक्टर ने सीमाकंन, बंटवारा, नक्शा तरमीम सहित अन्य लंबित राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्व के लंबित प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता के साथ कराना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि राजस्व के कार्याें को पूर्व में कार्ययोजना तैयार कर करें व लोगों के ई-केवाईसी भी शत-प्रतिशत कराना सुनिश्चित करे। इसी प्रकार कलेक्टर ने ऊर्जा विभाग, सामाजिक न्याय विभाग,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों में लंबित शिकायतों का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री अमृता गर्ग, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री अरविंद शाह, श्रीमती ज्योति सिंह परस्ते, श्री नरेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थें।


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