बरसात के मौसम में दरवाजे ठीक से बंद क्यों नहीं होते हैं ?

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बरसात के मौसम में दरवाजे ठीक से बंद न होने के पीछे मुख्य कारण नमी और तापमान में बदलाव होते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं:

1. **लकड़ी का फूलना**: लकड़ी एक स्वाभाविक रूप से संवहनी पदार्थ है जो नमी को अवशोषित कर सकता है। बरसात के मौसम में वातावरण में नमी बढ़ने के कारण लकड़ी फूल जाती है, जिससे दरवाजे और खिड़कियों के पैनल्स का आकार बढ़ जाता है। इस कारण दरवाजे ठीक से बंद नहीं होते।

2. **हिंज और फिटिंग्स में बदलाव**: नमी और तापमान में बदलाव के कारण दरवाजों के हिंज (कब्जे) और अन्य फिटिंग्स में भी हल्की विकृति आ सकती है, जिससे दरवाजे का सही तरीके से काम करना प्रभावित होता है।

3. **फ्रेम का विकृत होना**: लकड़ी के फ्रेम भी नमी के कारण विकृत हो सकते हैं, जिससे दरवाजों का ठीक से बंद न होना संभव है।

### उपाय:

1. **सही सामग्री का चयन**: अगर संभव हो तो, नमी-प्रतिरोधी लकड़ी या अन्य सामग्री का उपयोग करें जो नमी के प्रति कम संवेदनशील हों।

2. **पेंट और वार्निश**: दरवाजों और खिड़कियों पर पेंट और वार्निश की एक अच्छी परत लगाएं। यह लकड़ी को नमी से बचाने में मदद करता है।

3. **सही रखरखाव**: नियमित रूप से हिंज और फिटिंग्स की जांच करें और उन्हें तैलीय रखें ताकि वे आसानी से काम कर सकें।

4. **दरवाजे का प्लानिंग**: यदि दरवाजा ज्यादा फूल गया हो तो इसे प्लान कर सकते हैं। लेकिन यह काम सावधानी से और केवल आवश्यकतानुसार ही करना चाहिए, ताकि नमी कम होने पर दरवाजा छोटा न हो जाए।

5. **दरवाजे का पुनःस्थापन**: यदि समस्या बहुत गंभीर हो, तो दरवाजे या खिड़की के फ्रेम का पुनःस्थापन करना पड़ सकता है।

इन उपायों को अपनाकर आप बरसात के मौसम में दरवाजों और खिड़कियों के ठीक से बंद न होने की समस्या से बच सकते हैं।


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