रीवा:
मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी एक बड़ी समस्या बनकर उभर रही है। त्योथर तहसील के एक गांव में एक बार फिर यह स्थिति सामने आई जब सड़क न होने के कारण एक बीमार व्यक्ति को खाट पर लादकर एक किलोमीटर तक पैदल चलकर मुख्य सड़क तक लाया गया। खराब सड़कों और कमजोर स्वास्थ्य सेवाओं की वजह से गांव के लोग जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।

सड़क न होने की वजह से बढ़ी मुश्किलें
गांव में सड़क की दुर्दशा की वजह से मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने में काफी देरी हो जाती है, जो जानलेवा साबित हो सकती है। खासकर बारिश के मौसम में हालात और भी गंभीर हो जाते हैं, जब सड़कें कीचड़ और गड्ढों में तब्दील हो जाती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाएं भी गांव तक पहुंच नहीं पातीं, जिससे ग्रामीणों की समस्याएं और बढ़ जाती हैं।
प्रशासन का जवाब
इस मामले पर जब जनपद पंचायत त्योथर के सीईओ राहुल पांडे से सवाल किया गया, तो उन्होंने बताया कि प्रशासन को इस समस्या की जानकारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बारिश के बाद सड़क का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। हालांकि, इस तरह के आश्वासन पहले भी दिए जा चुके हैं, परंतु स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सड़कें और स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर नहीं होंगी, तब तक उनकी जान जोखिम में बनी रहेगी।
इस तरह की घटनाएं शासन-प्रशासन के दावों पर सवाल खड़े करती हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी की ओर ध्यान दिलाती हैं, जहां आज भी लोग अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
