मुरैना: महुआ थाना क्षेत्र के साहूपुरा गांव में हुए फायरिंग मामले ने पुलिस प्रशासन में भारी हलचल मचा दी है। 12 साल के बच्चे अमन की गोली लगने की घटना के बाद एसपी समीर सौरभ ने महुआ थाना प्रभारी पवन भदौरिया को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया। इस घटना के बाद महुआ में स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था, और उन्होंने थाना प्रभारी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। अब पवन भदौरिया की जगह अमर सिंह राजावत को महुआ थाने का नया प्रभारी बना दिया गया है।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब साहूपुरा गांव में ट्रैक्टर के मालिकाना हक को लेकर दो गांववालों, अटल सेन और अभिषेक तोमर के बीच खूनी झड़प हो गई। अटल सेन ने गुस्से में आकर अभिषेक तोमर पर गोली चला दी, लेकिन यह गोली पास ही घर के बाहर खेल रहे मासूम बच्चे अमन को लग गई। इस घटनाक्रम के बाद पूरे गांव में हंगामा मच गया और लोग सड़कों पर उतर आए। थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन हुए, और लोगों ने तत्काल थाना प्रभारी को हटाने की मांग की।

इसी बीच, पुलिस प्रशासन ने बिना समय गवाए कड़ा कदम उठाया। एसपी समीर सौरभ ने पवन भदौरिया को लाइन अटैच कर दिया और महुआ थाने की जिम्मेदारी अमर सिंह राजावत को सौंप दी। वहीं, दिमनी थाने की कमान भी बदल दी गई। अब टीआई शशि कुमार को दिमनी थाने का नया प्रभारी बना दिया गया है।
यह घटनाएँ पुलिस विभाग में बढ़ते दबाव और असंतोष का संकेत दे रही हैं। पिछले हफ्ते ही रिठौरा थाना प्रभारी जितेंद्र दौहरे को ग्वालियर में घूमते हुए पकड़े जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था। इस घटनाक्रम के बाद रिठौरा थाने में प्रभारी की पदस्थी भी खाली है। ऐसे में पुलिस प्रशासन को और भी सख्त कदम उठाने की जरूरत महसूस हो रही है।
अब देखना यह है कि नए थानेदार महुआ और दिमनी में किस तरह कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाते हैं, और क्या ये बदलाव जनता के विश्वास को बहाल करने में सफल हो पाते हैं।
