अमरकंटक, अनूपपुर: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU) के गर्ल्स हॉस्टल में सोमवार रात एक गंभीर फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया, जिससे 200 से अधिक छात्राएं बीमार हो गईं। इन छात्राओं में से 60 की स्थिति काफी खराब थी, जबकि 6 छात्राओं की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना ने विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और मेस की घटिया व्यवस्था को उजागर किया है।
घटना का विवरण: सोमवार रात को IGNTU के गर्ल्स हॉस्टल में मेस का खाना खाने के बाद छात्राओं में सिरदर्द, पेट दर्द और उल्टी की शिकायतें शुरू हो गईं। जैसे ही छात्राओं की स्थिति बिगड़ी, उन्हें तुरंत विश्वविद्यालय के अस्पताल में भर्ती कराया गया। 100 से अधिक छात्राओं की हालत गंभीर होने के बाद, कुछ को छत्तीसगढ़ के पेंड्रा जिला अस्पताल रेफर किया गया।

पिछली शिकायतों को नजरअंदाज किया गया: छात्राओं का कहना है कि मेस में खराब खाने और गंदगी को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें की जा चुकी थीं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कुछ दिन पहले मेस के खाने में कीड़े मिलने की घटनाएं भी सामने आई थीं। छात्राओं ने मेस के रसोईघर की गंदगी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जो अब इस विवाद का केंद्र बन गया है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया: घटना के बाद IGNTU के छात्र संगठनों और आदिवासी छात्र संगठनों ने कुलसचिव से मुलाकात की और हॉस्टल व मेस व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की। कुलसचिव ने इस मामले में निम्नलिखित कदम उठाने का निर्देश दिया है:
1. घटना की तत्काल जांच और आवश्यक कार्रवाई।
2. निरीक्षण समिति का गठन।
3. हर 15 दिन में भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए समिति का गठन।
4. पानी फिल्टर और टंकियों की नियमित सफाई।
5. मेस की व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

इसके साथ ही, कलेक्टर हर्षल पंचोली ने CMHO आर.के. वर्मा के नेतृत्व में एक जांच टीम IGNTU भेजी है, जो पूरे मामले की जांच करेगी और रिपोर्ट पेश करेगी।
छात्र संगठनों का ज्ञापन: आज IGNTU छात्र संगठन और आदिवासी छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा, जिसमें हॉस्टल और मेस व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की गई। ज्ञापन में निम्नलिखित बिंदु शामिल थे:
हॉस्टल सुविधाओं में सुधार
पानी फिल्टर और टंकियों की नियमित सफाई
मेस के भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करना
समग्र स्वच्छता व्यवस्था को बेहतर बनाना
कचरा प्रबंधन की उचित व्यवस्था
महत्वपूर्ण सवाल:
1. पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, फिर भी प्रशासन ने ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की?
2. मेस और हॉस्टल प्रशासन की जवाबदेही तय क्यों नहीं की गई?
3. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाएंगे?
4. जांच रिपोर्ट कब तक सार्वजनिक होगी?
छात्र संगठनों की चेतावनी: छात्र संगठनों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर जांच और सुधार कार्यों में देरी हुई, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
यह घटना IGNTU के हॉस्टल और मेस व्यवस्थाओं में गंभीर खामियों को उजागर करती है। प्रशासन को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

