मुरैना, 11 मई 2025:
आपदा की स्थिति में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मुरैना जिले में सिविल डिफेंस व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है। इस दिशा में कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने रविवार को कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने स्तर पर सिविल डिफेंस की कार्ययोजना तैयार करें, जिससे किसी भी आपात स्थिति में बिना देरी के ठोस कदम उठाए जा सकें।
नगर क्षेत्र में सायरन की व्यवस्था:
कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त और समस्त नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आपातकालीन अलर्ट के लिए सायरन की स्थापना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नगरीय निकाय को 5 किलोमीटर क्षेत्र में कम-से-कम एक सायरन खरीदकर ऐसी जगह स्थापित करना चाहिए, जिससे पूरा कस्बा उसकी ध्वनि से कवर हो सके। नगर निगम को दो सायरन की योजना बनाने को कहा गया है।
सिविल डिफेंस वालंटियर्स की तैयारी:
बैठक में निर्देशित किया गया कि प्रत्येक अनुभाग के एसडीएम अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों के लिए दो-दो सिविल डिफेंस वालंटियर की सूची तत्काल तैयार करें। इन वालंटियर्स का चयन कर वेबसाइट पर उनका पंजीकरण कराया जाएगा, साथ ही उन्हें होमगार्ड के माध्यम से आवश्यक प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद इन वालंटियर्स को नियुक्ति पत्र भी जारी किए जाएंगे। कलेक्टर स्वयं इस अभियान के कंट्रोलर के रूप में इसकी निगरानी करेंगे।
ब्लैकआउट वालंटियर्स को भी मिलेगा मौका:
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि ‘ब्लैकआउट वालंटियर’ और ‘सिविल डिफेंस वालंटियर’ दो अलग-अलग भूमिकाएं हैं, लेकिन यदि किसी को पहले से ब्लैकआउट वालंटियर के रूप में आमंत्रित किया गया है, तो उसे सिविल डिफेंस वालंटियर के रूप में भी जोड़ा जा सकता है।
भौतिक संसाधनों का सत्यापन अनिवार्य:
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में अग्निशमन वाहन (फायर ब्रिगेड), एम्बुलेंस, प्राथमिक उपचार किट, मेडिकल स्टॉक सहित समस्त आपातकालीन संसाधनों का भौतिक सत्यापन करें और जिले को इसकी जानकारी प्रदान करें। साथ ही, मोटे अनाज और ईंधन की उपलब्धता का भी यथार्थ मूल्यांकन करने को कहा गया है।
अधिकारियों की उपस्थिति:
इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री सी. वी. प्रसाद, कानून व्यवस्था की नोडल अधिकारी सुश्री मेघा तिवारी सहित नगर निगम, एनएसएस, एनसीसी एवं ग्राम व नगर सुरक्षा समिति के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने अंत में यह स्पष्ट किया कि यह अभियान 12 मई से प्रारंभ किया जाएगा और इसका व्यापक प्रचार-प्रसार तत्काल प्रभाव से शुरू किया जाए, ताकि नागरिकों की जागरूकता और भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
