“FIR नहीं, बदले की कार्रवाई है यह” — कांग्रेस का आरोप, शहडोल में पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन

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शहडोल, 2 जुलाई 2025:


मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ मुंगावली (अशोकनगर) थाने में दर्ज की गई एफआईआर को लेकर प्रदेश भर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। शहडोल में आज जिला कांग्रेस कमेटी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा और इस एफआईआर को “झूठा, दुर्भावनापूर्ण और राजनीतिक द्वेष से प्रेरित” बताते हुए तत्काल निरस्त करने की मांग की।

यह ज्ञापन कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता के नेतृत्व में सौंपा गया, जिसमें स्पष्ट किया गया कि एफआईआर क्रमांक 0233, दिनांक 27 जून 2025 में जिन आरोपों का उल्लेख है, वे न केवल आधारहीन हैं बल्कि सत्ता पक्ष द्वारा विपक्षी नेता को फंसाने का सुनियोजित प्रयास है।

🔍 क्या है मामला?

ग्राम मूडरा (मुंगावली) के गजराज और रघुराज लोधी नामक दो व्यक्तियों ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की, मोटरसाइकिल छीन ली और उनके बयान के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें ‘मानव मल खिलाने’ की बात कहने के लिए उकसाया।

कांग्रेस का कहना है कि 25 जून को इन पीड़ितों ने खुद जीतू पटवारी से भेंट कर अपनी पीड़ा साझा की थी, जिसका वीडियो सार्वजनिक रूप से वायरल हुआ। इस वीडियो में दोनों युवक रोते-बिलखते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं।

लेकिन हैरानी की बात यह रही कि अगले ही दिन, यानी 26 जून को जिला प्रशासन द्वारा दोनों को कथित रूप से धमकाकर एक शपथ पत्र दिलवाया गया, जिसमें उन्होंने बयान बदला और कहा कि “मानव मल” वाली बात पटवारी ने कहलवाई थी।

🧾 कांग्रेस का पक्ष: साजिश और दमन की राजनीति

कांग्रेस के अनुसार, यह घटनाक्रम राजनीतिक साजिश की ओर इशारा करता है। उन्होंने सवाल उठाया कि 25 जून को जिस बयान को पीड़ित खुद मीडिया और कांग्रेस के सामने दे रहे थे, वह 24 घंटे के भीतर ही कैसे बदल गया? यह “दबाव, डर और प्रशासनिक दुरुपयोग” का स्पष्ट प्रमाण है।

ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि यह एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की उन धाराओं के तहत दर्ज की गई है, जो राष्ट्रीय एकता को तोड़ने, सामाजिक वैमनस्य फैलाने और दंगा भड़काने जैसे गंभीर आरोपों से जुड़ी हैं — जबकि वास्तव में ऐसा कोई प्रमाण नहीं है।

🎤 कांग्रेस की मांगें और चेतावनी

ज्ञापन में कांग्रेस ने मांग की कि:

एफआईआर क्रमांक 0233 को तत्काल निरस्त किया जाए

राजनीतिक प्रतिशोध में प्रशासन का उपयोग बंद किया जाए

विपक्षी नेताओं की आवाज़ को दबाने की कोशिशों पर रोक लगे

प्रदेश में कानून व्यवस्था को निष्पक्ष व जनहितकारी रूप से लागू किया जाए


👥 कौन-कौन रहा मौजूद?

ज्ञापन सौंपने वालों में कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, नगरपालिका अध्यक्ष घनश्याम जयसवाल, पूर्व उपाध्यक्ष कुलदीप निगम, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सौरभ तिवारी, वरिष्ठ नेता दिनेश अग्रवाल, प्रीतम दास सोनी, नईम अहमद समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।



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