
रीवा ब्यूरो शुभम तिवारी
जय जोहार,,,जय बिरसा,,,जय आदिवासी,,,🙏🏻🙏🏻भाइयों बहिनों,,दोस्तो,साथियों,,इस प्राकृतिक मानव जीवन ओर वास्तविक ज्ञान विज्ञान,ओर सामाजिक विज्ञान को देने वाले ,,क्रांतिकारी वीर अमर शाहिद धरती आवा भगवान बिरसा मुंडा जी,जिन्होंने इस समाज,,इस देश इस धरती को बचाने के लिए,,हमारे प्राकृतिक नैसर्गिक अधिकारों को जिंदा रखने के लिए,,,स्वतंत्रता,समानता,संप्रभुता,मानवता,भाईचारा,एकता ,अखंडता,,ओर,,धर्मनिरपेक्षता,,प्राकृतिक नैसर्गिक अधिकार है,,जो जल जंगल ओर जमीन,,की रक्षा सुरक्षा से प्राप्त होते हे,,हमारे गांव में हमारा शासन,,हमारे देश में हमारा शासन,,,वास्तविक इस देश की लोकतंत्र की संकल्पना हे,,जो प्राकृतिक न्याय ओर इस देश को वास्तविक आजादी,,ओर भारतीय संविधान की वास्तविक अवधारणा थी जो इस देश के मूल मालिक आदिवासियों ने दिया,,क्यों क्योंकि भारत देश के समस्त नागरिकों को विकसित ,शिक्छित,ओर संगठित बनाया जा सके,,इस देश को आजाद कराया जा सके,,साथियों हमें हमारे क्रांतिकारी वीर अमर शहीदों को समझना होगा,,उनके विचारों को जानना होगा,,उन्हें पहचानना होगा,,इसके लिए हमे सामाजिक एकता के साथ जातिवाद,पार्टी बाद,धर्मवाद,व्यक्तिवाद,क्षेत्रवाद,से ऊपर उठकर सोचना होगा,,सिर्फ प्राकृतिक मानवता के साथ,,,सर्व आदिवासी समाज,,मिशन मध्य भारत ,,आदिवासी बचाओ आंदोलन,,राष्ट्रीय विधि सलाहकार अधिवक्ता देवसिंह कुमरे,,,🙏🏻🙏🏻
