भ्रष्टाचार चरम पर ग्राम मरदरी में फर्जी बिल लगाकर 477.071.रुपए निकल लिया गया
यस न्यूज ब्यूरो रिपोर्ट उमरिया
उमरिया – जिले से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर ग्राम मरदरी कई कार्य करवाया गया जिसमें जमकर सरकार के पासों का बंदरबांट किया गया।
नाबालिक बच्चे काम करते हुए
नाबालिक बच्चे से कार्य करा कर कार्य को जल्दी खत्म करने की कोशिश किया गया।
जब लोग जाते पंचायत प्रतिनिधि बच्चों साइड से भाग देते जबकि इन्हें भलीभांति पता है बालश्रम करवाना अपराध है।
विधायक निधि से अधूरा पड़ा काम
हाल ही में विधायक निधि से स्वाभिकृत तालाब में सीढ़ियों का निर्माण कराया गया निर्माणधीन कार्य आधा अधूरा पड़ा हुआ है पंचायत प्रमुख साइलेंट मोड पर,सरपंच अभिराम सिंग से बात करने पर कार्य के बारे में पूंछा गया साफ शब्दों में जवाब नहीं मिला।
लेकिन बीते 30 दिन पहले साफ तौर पर बताया गया सब काम लोग पर्सनल कर रहे है लोग अपने सुविधा अनुसार आने जाने में समस्या होता है इस लिय कर रहे है जबकि ए काम लाना और करवाना पंचायत काम है हैरानी तब हुआ जब सरपंच के चमचे बोले काम चंदा जोड़ कर कराया जा रहा है ए भी साफ कर दिया गया सरपंच द्वारा पंचायत में कोई बजट नहीं है तो।
सवाल ए है पंचायत में बजट नहीं होने पर इतना भारी भरकम बजट का कार्य कैसे करा लिया गया ।
जबकि क्षेत्र के जनपद सदस्य संतराम सिंह सभी कामों के लिए काफी एक्टिव मोड़ पर रहते है।
पंचायत सचिव राजबहोर बैगा इन पर पहले भी कई आरोप लगे है और फीलहाल सचिव का ट्रांसफर कर दिया गया है सरपंच अभिराम सिंह बिना अमान्य फोटो के माध्यम से लाखों रुपये की राशि का भुगतान कर डाला।
बिल
पंचायत दर्पण पोर्टल में अपलोड बिल के अनुसार गाड़ना लगाए जाने पर भारी भरकम बिल का भुगतान कर दिया गया ।
GST नंबर वाले फर्जी बिलों से वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 में कई संदिग्ध भुगतान किए गए हैं।
संदिग्ध भुगतान अमान्य फोटो लगाकर आरजूट्रेडर्स के 4 बिल क्रमांक 14.42.43.44 तस्वीरों 386404 रुपए और दीपक कुमार छतवानी कांट्रेक्टर के एक बिल मैट्रियल का 90667.50 रुपए का बंडल बनाकर लगा दिया गयाटोटल अमाउंट 477.71.रूपये ऐसे ही पंचायत में पहले से ही कार्य के 4 गुना बिल लगते गए है।
ऐसे ही जिले के लगभग सभी पंचायतों में GST पैड कर बिल बनवाया जाता है और प्रशासन के मुख में चिपका दिया जाता है खैर ए तो जांच का सवाल है