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पोरसा (मुरैना), 18 जुलाई 2025।
पोरसा में आज अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के तत्वावधान में बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक एकत्रित हुए और अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिए माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार पोरसा को सौंपा।
ज्ञापन में अतिथि शिक्षकों ने प्रदेशभर में व्याप्त न्यायिक असमानता, तकनीकी विसंगतियों और सुविधाओं की कमी को लेकर चिंता जताई है। ज्ञापन में जिन मुख्य मांगों को शामिल किया गया, वे निम्नलिखित हैं:
1. अनुभव के आधार पर 12 माह सेवा देते हुए अतिथि शिक्षकों को स्थाई किया जाए।
2. ई-अटेंडेंस लागू करने से पूर्व ऐच्छिक अवकाश (CL) और दुर्घटना बीमा जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएं।
3. जिन शिक्षकों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं हैं, उन्हें सरकारी सहायता से मोबाइल उपलब्ध कराए जाएं।
4. रिक्त पदों पर ‘फॉलन आउट’ अतिथि शिक्षकों को वरीयता के आधार पर पुनः अवसर दिया जाए।
5. विगत सत्र में कार्यरत शिक्षकों को तकनीकी त्रुटियों के कारण ज्वाइनिंग से वंचित न किया जाए।
6. पूर्व से कार्यरत शिक्षकों के लिए पुनः पंजीयन एवं सत्यापन हेतु पोर्टल खोला जाए।
7. स्कोर कार्ड में प्रति वर्ष अनुभव के 10 अंक जोड़ने की व्यवस्था लागू की जाए।
8. सभी मांगों पर शीघ्र निर्णय लेकर मानवता व न्याय की दृष्टि से कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में ब्लॉक अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह चौहान, उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा व आनंद नरवरिया, सचिव निहाल सिंह तोमर, शैलेंद्र सिंह तोमर, मुनेश शर्मा, रामवीर कटारे, प्रशांत, सूरज भान सिंह तोमर, राघव सिंह परिहार, राममोहन कटारे, बृजेंद्र भदौरिया, ओमप्रकाश ओझा, सुनील कुशवाह, राधेश्याम शुक्ला सहित कई शिक्षक शामिल रहे।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि यदि इन मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलनात्मक रास्ता अपनाने से वे पीछे नहीं हटेंगे।
