बाल विवाह के खात्मे में के लिए एकजुट हुए धर्मगुरु वैश्विक अंतरधार्मिक सप्ताहांत का हुआ शुभारंभ
यस न्यूज ब्यूरो रिपोर्ट उमरिया
उमरिया– 12 सितबर जिले में बाल अधिकारों की सुरक्षा और बाल विवाह की रोक-थाम के लिए जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) की सहयोगी संस्था HARD (होलिस्टिक एक्शन फार रिसर्च एंड डेवलपमेंट) ने बालविवाहों की रोक-थाम के लिए जिले के पाली स्थित बिरासिनी मंदिर में विराजमान आदिशक्ति स्वरूपा बिरासिनी माता की 10 वीं सदी की कल्चुरी कालीन काले पत्थर से निर्मित भव्य मूर्ति के सामने बाल विवाह के खात्मे के लिए वैश्विक अंतरधार्मिक सप्ताहांत का शुभारंभ किया गया।
अभियान की शुरुआत करते हुए बिरासिनी मंदिर पाली के प्रमुख पुजारी पंडित ईश्वरी प्रसाद तिवारी ने अपना संदेश देते हुए लोगों से आह्वान किया कि कानून के द्वारा तय उम्र में ही विवाह करना चाहिए । बाल विवाह समाज के लिए एक अभिश्राप है इससे लड़का एवं लड़की दोनों के विकास मे बुरा असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि बाल विवाह का सबसे ज्यादा कुप्रभाव लड़की के जीवन मे पड़ता है । उसकी पढ़ाई रुक जाती है , वह बाल श्रम की शिकार होती है , शारिरिक एवं मानसिक विकास अवरोधित होता है । कम उम्र में बच्चे होने से उसके जीवन का खतरा बना रहता है और कुपोषण का कुचक्र शुरू होता है। उन्होंने बाल विवाह के खिलाफ हम आज हैं और हमेशा रहेंगे का सपथ दुहराते हुए लोगों से अपने बच्चों का विवाह सही उम्र में करने का अपील किया।
उक्त आशय की जानकारी देते जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) HARD संस्था केडायरेक्टर शुशील शर्मा ने बताया कि दिनांक 12 से 14 सितंबर 2025 तक इस अभियान के अंतर्गत शहडोल संभाग के सभी प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में धर्म गुरुओं के साथ इस कार्यक्रमों को आयोजित कर बाल विवाह मुक्त भारत के संकल्प को मजबूत किया जाएगा।
अभियान को सफल बनाने में अनीस द्विवेदी, बलराम विश्वकर्मा, आयुष सोनी विशेष योगदान रहा है । कार्यक्रम का संचालन सामाजिक कार्यकर्ता भूपेंद्र त्रिपाठी ने किया ।