ग्राम पंचायत चौरी में सरपंच-सचिव का खेल उजागर — सरकारी धन पर डाका, जांच फाइलें दफ्तर में दम तोड़ रहीं
ब्यौहारी/शहडोल।
जनपद पंचायत ब्यौहारी की ग्राम पंचायत चौरी में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। पंचायत के सरपंच और सचिव श्रीराम तिवारी पर शासन की योजनाओं में फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपए की राशि आहरित करने के गंभीर आरोप लगे हैं। निर्माण कार्य कागजों पर पूर्ण दिखाए गए, जबकि जमीनी हकीकत में अधूरे ढांचे और खाली स्थान विकास कार्यों की सच्चाई बयां कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पंचायत में लाइट फिटिंग, आंगनबाड़ी भवन, तालाब निर्माण और अमृत सरोवर जैसी योजनाओं के नाम पर बिना कार्य किए राशि निकाली गई। इतना ही नहीं, कागज़ों में कार्य पूर्ण दिखाकर शासन से भुगतान उठा लिया गया, परंतु स्थल पर न तो लाइट लगी, न ही भवन निर्माण पूरा हुआ।
जनपद कार्यालय में इन योजनाओं से जुड़ी जांच फाइलें महीनों से लंबित पड़ी हैं। वहीं जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे बैठे हैं। ग्रामीणों की लगातार शिकायतों के बावजूद अब तक न तो दोषियों पर कार्रवाई हुई, न ही पंचायत स्तर पर किसी प्रकार की पारदर्शिता सुनिश्चित की गई।
ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर भी पात्रों से वसूली की जा रही थी, और बिना भुगतान के आवास स्वीकृत नहीं किए जा रहे थे। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
जिला पंचायत प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम गठित की थी, परंतु एक सप्ताह बीतने के बाद भी टीम ग्राम पंचायत नहीं पहुँची। इससे यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या जिम्मेदार अधिकारी भी इस भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं?
इस बीच, जनपद सीईओ और जिला पंचायत अधिकारी का कहना है कि जांच का निर्देश जारी कर दिया गया है और यदि रिकॉर्ड्स में गड़बड़ी पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने मांग की है कि सरपंच एवं सचिव को तत्काल निलंबित कर, जांच पूरी होने तक कार्य से अलग किया जाए ताकि सबूतों से छेड़छाड़ न हो सके।




