हर घर रोशन कर हुई पूजा अर्चना
शहडोल – दीपावली भारत का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इसे रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। इस दिन लोग अपने घरों की सजावट झालर, दिए और रंगोली से सजाते हैं।
क्यों मनाई जाती है दीपावली
दीपावली मनाने के पीछे कई कारण हैं, कहा जाता हैं कि भगवान राम की वापसी होने पर यह त्यौहार के रूप में मनाए जा रहा है एक मान्यता के अनुसार भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे और इसी दिन दीपावली मनाई जाती है अंधकार पर प्रकाश की जीत जो दीपावली अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक माना जाता है।
दीपावली के दौरान क्या होता
दीपावली आने के सप्ताह पूर्व सभी अपने अपने घरों की साफ सफाई करने लगते हैं के दिन लोग अपने घरों और मंदिरों में दिए जलाते हैं। लोग अपने घरों के दरवाजे पर रंगोली बनाते हैं। पटाखे जलाते है हालांकि प्रदूषण के कारण पटाखों को जलाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ रही है, फिर भी कई लोग पटाखे जलाते हैं।
मिठाई और पकवान बनाना –
लोग विभिन्न प्रकार की मिठाई और पकवान बनाते हैं और एक-दूसरे को बांटते हैं। लोग नए कपड़े पहनते हैं और एक-दूसरे को गिफ्ट देते हैं।

दीपावली और प्रदूषण
हाल के वर्षों में दीपावली प्रदूषण के लिए भी जाना जाने लगा है। पटाखों से निकलने वाले धुएं से हवा प्रदूषित होती है और इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
दीपावली को प्रदूषण मुक्त कैसे बनाएं
प्रदूषण से मुक्त बनाने के लिए पटाखों का कम से कम उपयोग करना चाहिए पटाखों का कम से कम उपयोग करने से वातावरण प्रदूषित नहीं होगा या फिर बिल्कुल भी प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे न जलाएं। पटाखों के बजाय दीये जलाएं, रंगोली बनाएं, या अन्य पर्यावरण अनुकूल गतिविधियों में शामिल हों।
जागरूकता फैलाएं
इसके लिए हमें लोगो को जागरूक करना होगा, अपने आसपास के लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करें। सरकार को पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने या सख्त नियम बनाने चाहिए। दीपावली एक ऐसा त्योहार है जो हमें अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने और एक-दूसरे से प्यार और स्नेह बांटने का मौका देता है।
हर घर में होती पूजा
इस त्यौहार में घर घर पर हम सभी मिलकर दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करते है यह पूजन समय और नछत्र देखकर विध विधान से कर धन, वैभव, सुख, समृद्धि की कामना का वरदान मांगते हैं।