भोपाल, मध्यप्रदेश – उत्तरी हवाओं के असर से मध्यप्रदेश में सर्दी का माहौल और भी सख्त हो गया है। नवंबर में ही ठिठुरने वाली सर्दी ने राज्य के नागरिकों को जोरदार झटका दिया है। राजधानी भोपाल में तापमान 8.8 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि 36 साल में नवंबर में दर्ज किया गया सबसे कम तापमान है। इससे पहले, 1988 में नवंबर में तापमान 7.5 डिग्री तक गिरा था।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि बर्फीली हवाओं का सबसे ज्यादा असर भोपाल संभाग और इसके आसपास के इलाकों में देखा जा रहा है। वहीं, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन जैसे शहरों में भी तापमान सामान्य से 5 डिग्री तक गिर चुका है।
प्रदेशभर में ठंड का कहर जारी।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी तीन दिनों तक प्रदेश में कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। ठंडी हवाएं पहाड़ी इलाकों से आ रही हैं, जहां बर्फ पिघलने के बाद और भी सर्दी का असर बढ़ा है। इस बीच, प्रदेश के विभिन्न इलाकों में रात का तापमान चौंका देने वाला है।
पचमढ़ी, प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन, में तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। वहीं, मंडला में तापमान 7.4 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 7.6 डिग्री और शाजापुर में 8.2 डिग्री तक गिरने से ठंड का असर बढ़ गया है।
भोपाल में ठंड का रिकॉर्ड
भोपाल में तापमान पिछले 25 वर्षों में पहली बार 9 डिग्री से भी नीचे पहुंचा। नवंबर में 8.8 डिग्री तापमान शीतलहर के संकेत के रूप में माना गया है, क्योंकि सामान्य से 4.5 डिग्री या उससे कम तापमान को शीतलहर की श्रेणी में रखा जाता है। इससे पहले, साल 2000 से 2023 तक नवंबर में सिर्फ तीन बार तापमान 9 डिग्री से नीचे गया था।
धुंध और कोहरा बढ़ा रहे हैं ठंड
भोपाल में पिछले एक सप्ताह से दिनभर धुंध का असर बना हुआ है, जिससे दृश्यता घटकर 2-3 किलोमीटर रह जाती है। सुबह के समय धुंध का असर ज्यादा रहता है। राज्य के उत्तरी हिस्से में ग्वालियर और चंबल में भी कोहरे का असर बढ़ चुका है, जिससे ठंड और सख्त हो गई है।
आगे की स्थिति
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक इस ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी हवाओं का असर सर्दी को और बढ़ा रहा है। ऐसे में, अगले 2-3 दिनों तक कड़ाके की ठंड जारी रहने की संभावना है।
राज्यवासियों से अपील की गई है कि वे इस सर्दी से बचने के लिए उचित गर्म कपड़े पहनें और धुंध या कोहरे में चलने से बचें।