तिलमिला रहे अवैध कारोबार में लिप्त संचालक
क्या थाना प्रभारी के कार्य से तो नही छटपटा रहे कारोबारी
अवैध कारोवारियों को रास नहीं आ रहे थाना प्रभारी
ब्यौहारी- आखिर क्यों तिलमिला रहे अवैध कारोबारी, उनके कार्यों में अभाव वा उनके प्रभाव से तो पसर सकता है सन्नाटा, चर्चा तो कुछ महीने पहले आए नये थाना प्रभारी अरुण पाण्डेय को जब से थाना ब्यौहारी का प्रभार मिला है तभी से नगर में सचलित हो रहे अवैध कारोवारियो मे हड़कंप मचा हुआ है। इन दिनों अवैध करोबार मे रोक लग जाने से कारोबारी छटपटा रहे है, उन्हें थाना प्रभारी अरुण पाण्डेय रास नहीं आ रहे है आलम यह है कि अवैध करोबारी उन पर गलत इल्जाम लगाते नजर आ रहे है। ज्ञात हो कि विगत दिनों नगर में संचालित लॉज मे हो रहे अवैध कार्यो के गतिविधियों को लेकर कई समाचार पत्रों में खबर का प्रकाशन किया गया था जो कई दिनों सुर्खियों मे रहा जिसे संज्ञान मे लेते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा लॉज मे ठहरने वाले लोगों की आईडी को पुलिस के पोर्टल मे अपलोड करने का निर्देश/आदेश जारी किया गया था।

निर्देश का किया पालन
उच्च अधिकारियों के निर्देश का पालन करते हुए थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ औचक निरीक्षण करने पहुंचे, बताया जा रहा है कि बीते दिनों दिनांक- 17/07/2024 को कई लॉज मे जा कर जांच की गई जांच के दौरान चांदनी लॉज मे कुछ लोगों के ठहरे होने की जानकारी संकास्पद होने पर थाना प्रभारी अरुण पाण्डेय, प्रधान आरक्षक नारेन्द्र उपाध्याय अपने गाड़ी चालक संजय सोनी के साथ जांच करने लॉज पहुचे, ठहरे मुसाफिरो में जंहा कुछ लोगो पर संका होने के कारण उन मुसाफिरो से पूँछतांछ की गयी। थाना प्रभारी अरुण पाण्डेय द्वारा बताया गया कि जांच दौरान पाया गया कि लॉज मे जो मुशाफिर ठहरे थे वो थर्ड क्लास के कपड़े रखे हुए थे और कुछ लोग जड़ी बूटी बेचने वाले थे जिनसे पूछतांछ करना आवश्यक था कि वो कौन सी दवा बेच रहे जिसके संबंध मे उनसे पूँछतांछ की गई। यह काम जनता की सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक है और हमारा कर्तव्य है हमारे पूंछतांछ से किसी को बुरा लगता है तो क्या हम अपना काम बंद कर दे? वही कुछ समाजसेवियो द्वारा अरुण पाण्डेय द्वारा किये जा रहे निष्पक्ष एवं निर्भीक कार्यो की भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है।
