मध्य प्रदेश।
सरकार ने बेटियों के भविष्य को संवारने और उनके जीवन को खुशियों से भरने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत पिछले दो वर्षों में 75 हजार से ज्यादा बेटियों के विवाह को संजीवनी मिल चुकी है, और इसके लिए 414 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता प्रदान की गई है। इस योजना ने न सिर्फ बेटियों का भविष्य उज्जवल बनाया है, बल्कि लाखों परिवारों के चेहरे पर मुस्कान भी लायी है।
आयुक्त सामाजिक न्याय और दिव्यांगजन कल्याण, डॉ. आर.आर. भोंसले के अनुसार, इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की कन्याओं को 55 हजार रुपये की सहायता दी जाती है। इस रकम का 49 हजार रुपये का चेक कन्या के नाम पर जारी होता है, जबकि 6 हजार रुपये आयोजन को सपोर्ट करने वाले निकाय को दिए जाते हैं, ताकि विवाह का आयोजन शानदार तरीके से हो सके।
2023-24 के दौरान इस योजना से 62,084 विवाह/निकाह संपन्न हुए, जिनमें 341 करोड़ 46 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। और अगर हम चालू वित्तीय वर्ष की बात करें, तो 2024 के अप्रैल से अब तक 12,979 कन्याओं के विवाह के लिए 73 करोड़ 22 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना ने प्रदेश में खुशियों की बारिश कर दी है और बेटियों को एक नया जीवन, नया विश्वास दिया है। ये योजना ना केवल समाज में समानता का प्रतीक बन रही है, बल्कि उन परिवारों के लिए भी संजीवनी का काम कर रही है, जो शादी के खर्चे उठाने में असमर्थ हैं।
सचमुच, ये है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, जो हर लड़की के जीवन को नई दिशा देने के साथ-साथ उनके सपनों को भी हकीकत में बदल रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार का यह कदम समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणा है।