ग्राम पंचायत छिपानी में झारिया महरा समाज की मासिक बैठक: समाज सुधार और जागरूकता पर जोर

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उमरिया : पत्रकार विनय की रिपोर्ट।

ग्राम पंचायत छिपानी में आयोजित झारिया (महारा) समाज जनकल्याण संघ की मासिक बैठक में समाज के विभिन्न सुधारात्मक निर्णयों पर चर्चा की गई। इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में झारिया/महरा समाज के अध्यक्ष श्री बद्री प्रसाद झारिया, सचिव श्री आनंद झारिया, उपाध्यक्ष श्री सिया राम झारिया, सहायक सचिव श्री अम्बिका प्रसाद झारिया और समाज के अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे। इस बैठक में समाज के सुधार, शिक्षा, नशा मुक्ति, और सामाजिक जिम्मेदारियों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

बैठक के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया और समाज की ओर से कई कड़े नियम तय किए गए:

1. शादी विवाह के बाद भेंट भलाई पर प्रतिबंध

समाज ने निर्णय लिया कि अब शादी विवाह के दूसरे दिन कोई भेंट भलाई नहीं दी जाएगी। अगर कोई सदस्य इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसे समाज की ओर से 10,000 रुपये का जुर्माना भरना होगा। यह निर्णय समाज में व्यर्थ के खर्चों को रोकने और सामाजिक रीति-रिवाजों को सशक्त बनाने के लिए लिया गया।

2. मृत्यु या शोकाकुल परिवार को कपड़ा देना बंद

समाज ने यह भी फैसला किया कि अब किसी भी भाई के घर में मृत्यु या शोकाकुल परिवार को कपड़ा देने की परंपरा पूरी तरह से बंद की जा रही है। अगर कोई व्यक्ति इस नियम का पालन नहीं करता है, तो समाज की सहमति से उस पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यह कदम समाज की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

3. शिक्षा के प्रति जागरूकता और सुधार

समाज ने शिक्षा के महत्व को समझते हुए सभी ग्रामों में नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने का आदेश दिया। प्रत्येक ग्राम इकाई को अपनी ओर से चंदा इकट्ठा कर बच्चों को शिक्षा देने के लिए गांव के शिक्षित व्यक्तियों को नियुक्त करने का निर्देश दिया गया। यह कदम शिक्षा के स्तर को ऊंचा करने और हर बच्चे को पढ़ाई के अवसर देने के लिए उठाया गया है।

4. नशा मुक्ति अभियान

समाज ने नशा मुक्ति अभियान को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं से विशेष अपील की कि वे अपने घरों में नशा मुक्ति के लिए अपने पति और पुत्रों को प्रोत्साहित करें। यह अभियान समाज में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

5. बेहद खर्चीले विवाहों को रोकना

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब शादी विवाह में बेफिजूल खर्चे को रोका जाएगा। समाज के सदस्य किसी भी कारण से अपनी संपत्ति को गिरवी न रखें और कर्जदार न बनें। इसके अलावा, शादी में बिना उपयोगी बर्तन और हाड़ा बटुआ बेटी को देने की परंपरा को भी समाप्त किया जाएगा।

6. निगरानी समिति का गठन

समाज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि हर ग्राम से चार निगरानी सदस्य नियुक्त किए जाएंगे, जिनमें दो महिलाएं और दो पुरुष होंगे। ये सदस्य समाज के कार्यक्रमों की निगरानी करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि समाज के नियमों का पालन किया जाए।

इस बैठक में इन सभी बिंदुओं पर सहमति जताई गई और समाज के सभी सदस्यों से इन नियमों का पालन करने का आग्रह किया गया। बैठक में उपस्थित सभी नागरिकों और ग्राम छिपानी के स्वजाति बंधुओं ने समाज के हित में इन निर्णयों का समर्थन किया और उन्हें साकार करने का संकल्प लिया।

समाज के इस सुधारात्मक प्रयास से उम्मीद की जा रही है कि सामाजिक ढांचा मजबूत होगा और झारिया महरा समाज में एकता, शिक्षा, और प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा।


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